Published On : Thu, Mar 8th, 2018

शुक्रवार से आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक

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नागपुर: शुक्रवार से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की शुरुआत हो रही है। वर्ष 2019 में होने वाले आम चुनाव से पहले होने वाली इस बैठक का महत्व और बढ़ जाता है। गुरुवार को संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनोहन वैद्य ने प्रतिनिधि सभा के कामकाज की जानकारी देते हुए बताया कि इस बैठक में दो प्रस्ताव पास किए जाएगे। हालांकि उन्होंने प्रस्ताव की जानकारी तो नहीं दी लेकिन प्रतिनिधि सभा के दौरान पास होने वाले प्रस्ताव देश भर में संघ स्वयंसेवकों के लिए एक तरह से संकेत होता है कि किस विषय या मुद्दे पर काम करना है। देश भर से बैठक के लिए लगभग 1500 प्रतिनिधि भाग लेंगे।

वैद्य के अनुसार देश में संघ को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है. खास तौर से युवा वर्ग बड़ी संख्या में संघ के साथ जुड़ रहे हैं। ज्वाइन आरएसएस नाम से चलाए गए अभियान के माध्यम से लाखों की संख्या में युवा संघ से जुड़े हैं। तीन वर्ष में एक बार होने वाली इस बैठक में भविष्य में संघ कार्यों की दिशा पर चर्चा होने के साथ ही संगठन में नंबर दो की पोजीशन रखने वाले के पास सहसरकार्यवाहक का चयन होता है। साथ ही संघ के विभिन्न संगठनों के विभिन्न पदों पर भी चुनाव होते हैं। वैद्य के मुताबिक बीते कुछ वक्त में संघ के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है। आईटी क्षेत्र के युवाओं को जोड़ने के लिए आईटी मिलन नाम से कार्यक्रम चलाया गया जो सफल रहा। युवा अपनी सांस्कृतिक जड़ों के बारे में जानने के लिए संघ से जुड़ रहा है। वैद्य ने देश भर में पुतला तोड़ने की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। पत्रकार परिषद में अखिल भारतीय के साथ प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ठाकुर और विदर्भ प्रांत के प्रचार प्रमुख अनिल समारे उपस्थित थे।

बीजेपी की तरफ से अध्यक्ष अमित शाह, रामलाल,राम माधव के शामिल होने की संभावना
प्रतिनधि सभा में पूर्वोत्तर राज्यों में बीजेपी को मिली सफलता और सामने ए चुनाव परिणाम पर भी चर्चा होने की संभावना है। बीजेपी को इन राज्यों में मिली जीत के पीछे वर्षों से संघ द्वारा वहां किए जा रहे काम हैं। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बीते दिनों चुनाव परिणाम के बाद नागपुर में संघप्रमुख से मुलाकात कर चुके हैं। वैद्य ने संभावना जताई कि वह इस बैठक में उपस्थित हो सकते हैं। शाह के अलावा संगठन महामंत्री रामलाल, राम माधव के साथ बीजेपी के अन्य संगठन मंत्रियों के भी बैठक में उपस्थित होने की जानकारी है। इस बैठक में भविष्य में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के साथ 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा होने की संभावना है।

देश के संभ्रांत वर्ग को संघ के जोड़ने पर शुरू है कार्य
मनमोहन वैद्य ने बताया कि देश का संभ्रांत वर्ग संघ से जुड़ने का इच्छुक है। इसलिए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें जोड़ने का प्रयास शुरू है। संघ विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को अपने साथ जोड़ने के लिए समय समय पर कार्यक्रम करते रहता है।