नागपुर : नागपुर के हाईवे पर इन दिनों एकदम फिल्मी स्टाइल में अपराधी गिरोह सक्रिय हो चुके हैं। ये संगठित गिरोह चलते ट्रकों से फल और सब्जियां लूट रहे हैं — और वो भी हर रोज़! ट्रक चालकों, किसानों और व्यापारियों की शिकायतों और वीडियो सबूतों के बावजूद पुलिस की कार्यवाही लगभग शून्य है, जिससे पीड़ितों में भारी आक्रोश है।
रोज़ की है ये लूट
सूत्रों के अनुसार, जो घटनाएं पहले कभी-कभार होती थीं, अब वे आम हो गई हैं। आंध्र प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों से नागपुर के कलमना मार्केट में आने वाले ट्रकों को ये गिरोह निशाना बना रहे हैं। सबसे ज्यादा असर फल-सब्जी उत्पादकों पर पड़ा है, जिन्हें हर दिन भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
चालाकी से रची जाती है साजिश
वारधा रोड स्थित जमठा इलाके में ये अपराधी ट्रकों की ताक में रहते हैं। जैसे ही कोई ट्रक धीरे चलता है या रुकता है, गिरोह के सदस्य उस पर चढ़ जाते हैं और पीछे चल रहे अपने वाहनों पर माल उतारना शुरू कर देते हैं। यह लूट ट्रक के कलमना मार्केट तक पहुंचने तक जारी रहती है। प्रत्येक ट्रक से लगभग 8 से 10 क्विंटल तक माल गायब हो जाता है। किसान तो नुकसान झेलते ही हैं, पर व्यापारी भी उन्हें इसके लिए भुगतान नहीं करते।
अब यह अपराध वारधा रोड तक सीमित नहीं रहा है — ऑटोमोटिव चौक जैसे अन्य प्रमुख मार्गों पर भी इसी तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं।
सीसीटीवी फुटेज के बावजूद चुप्पी!
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस लूट के वीडियो पुलिस को सौंपे जा चुके हैं, जिनमें अपराधियों को चलते ट्रकों से माल चुराते हुए साफ देखा जा सकता है। बावजूद इसके, पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
कलमना मार्केट के अंदर भी सुरक्षित नहीं
ट्रक जैसे ही कलमना मार्केट पहुंचते हैं, वहां भी चोरी जारी रहती है। व्यापारी जब तक अपने ट्रक के पास पहुंचते हैं, तब तक काफी माल पहले ही गायब हो चुका होता है — जबकि मार्केट परिसर में ही पुलिस थाना मौजूद है। फिर भी कोई सुनवाई नहीं होती।
व्यापार करना हो गया मुश्किल
एक व्यापारी ने कहा, “हमने न जाने कितने पुलिस स्टेशनों और अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं होती। अब तो लगता है कि कोई बड़ा नेता ही कुछ करेगा, तभी समस्या हल होगी।”
लाखों का माल उड़ रहा है रोज़
अनुमान के अनुसार, हर दिन लाखों रुपये की फल‑सब्जियां चलते ट्रकों से चोरी हो रही हैं। यह एक-दो ट्रकों की बात नहीं — दर्जनों ट्रक हर दिन इस लूट का शिकार बनते हैं। इससे न सिर्फ किसानों को बल्कि पूरे क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लग रहा है।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
चोरी के लगातार बढ़ते मामलों और उसके असर के बावजूद पुलिस की चुप्पी अब लोगों को खटकने लगी है। किसानों, व्यापारियों और आम उपभोक्ताओं में डर और गुस्सा दोनों लगातार बढ़ते जा रहे हैं।