Published On : Tue, Jan 30th, 2018

नवंबर 2018 तक पूरा हो जाएगा मेट्रो के रीच -1 का काम : बृजेश दीक्षित

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नागपुर: नागपुर मेट्रो के एमडी ब्रजेश दीक्षित का दावा है की मेट्रो के रीच -1 का काम नवंबर 2018 तक पूरा हो जाएगा। साथ ही न्यू एयरपोर्ट से लेकर खापरी के बीच ऐडग्रेड सेक्शन रूट का सीआरएमएस से इजाजद मिलते की ट्रॉयल रन भी शुरू हो जाएगा। मंगलवार को मेट्रो परियोजना के अंतर्गत शुरू विकास कार्यो को लेकर दीक्षित पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान नागपुर मेट्रो द्वारा पत्रकारों के दल को खापरी स्टेशन और वर्धा रोड पर बनने जा रहे देश के सबसे लम्बे डबल डेकर ब्रिज के शुरू काम को भी दिखाया गया। दीक्षित ने बताया की मेट्रो परियोजना का काम अपने तय समयानुसार ही शुरू है और निर्धारित समय में इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने जानकारी दी की हालही में पेश होने वाले वित्तीय बजट से उन्हें नागपुर मेट्रो के लिए अपेक्षाकृत राशि मिलने की उम्मीद है। परियोजना के लिए सरकार को पत्र लिखकर 2100 करोड़ रूपए माँगे गए है। वित्तीय वर्ष 2017 -18 में केंद्र सरकार से 900 करोड़ रूपए की डिमांड की गई थी जिसकी शतप्रतिशत धनराशि उपलब्ध हो चुकी है इसी तरह राज्य सरकार से 310 करोड़ रूपए माँगे गए थे जिसमे से 210 करोड़ रूपए अब तक प्राप्त हुए है।

क्रेजी कैसल के नियंत्रण की सैद्धांतिक मंजूरी मेट्रो के पास
डॉ. दीक्षित बताया कि मेट्रो परियोजना के लिए दोनों दिशा में ऑपरेशन और मेंटेनेंस व मार्ग के लिए दोनों ओर कम से कम दस-दस मीटर जगह की जरूरत होती है। फिलहाल अब तक इस बात पर सहमति बनी है कि अगर क्रेजी कैसल और मेट्रो दोनों का अस्तित्व बनाए रखना है तो मेट्रो के परिचालन के लिए क्रेजी कैसल का नियंत्रण मेट्रो अपने पास रखेगी। इस पर सैध्दांतिक रूप से सहमति बनी है। हलाकि इस मसले पर मेट्रो, एनआईटी और क्रेजी कैसल प्रबंधन मिलकर आगे निर्णय करेगा।

डबल डेकर ब्रिज में विंग लगाने के काम के लिए हटेगा फुटपाथ
मेट्रो परियोजना के अंतर्गत वर्धा रोड पर डबल डेकर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। देश के सबसे लम्बे इस डबल डेकर ब्रिज के पहले माले पर वाहन के परिचालन के लिए सड़क होगी जबकि दूसरे से मेट्रो दौड़ेगी। इस ब्रिज पर सड़क निर्माण के लिए 19 मीटर लेंथ का विंग बिछाया जाएगा। इस काम को करने के लिए मेट्रो को सड़क पर अतिरिक्त जगह की आवश्यकता होगी। आगामी एक महीने के भीतर इस काम को पूरा करने के लिए सड़क के किनारे मौजूद फुटपाथ को हटाने का काम जल्द शुरू होगा। यह काम पूरा हो जाने के बाद मेट्रो खुद नए सिरे से फुटपाथ का निर्माण करेगी।


सीताबर्डी से धरमपेठ कॉलेज तक यूनिफार्म वॉल और एक्वाथीम स्टेशन का होगा निर्माण
मेट्रो परियोजना के तहत रीच -2 के तहत सीताबर्डी से लेकर धरमपेठ कॉलेज के दरमियान एक्वाथीम पर आधारित स्टेशनों का निर्माण किया जायेगा। इसके साथ ही यूनिफार्म वॉल ( सामान सुरक्षा दीवार ) का निर्माण किया जाएगा। इस रूट पर जगह काम होने की वजह से पुटपाथ सकरे है जिसे बड़ा बनाया जायेगा। यूनिफार्म वॉल के निर्माण के लिए सड़क किनारे कुछ स्थानों पर मेट्रो को अतिरिक्त जगह की आवश्यकता होगी। दीक्षित के अनुसार टीओपी ( ट्रांजिट ओरिएटेड डेवलपमेंट पॉलिसी और एमआरटीपी एक्ट के अनुसार इस तरह के फुटपाथ का निर्माण बंधनकारक है। 10 मीटर की जगह पर बनने वाले फुटपाथ में अतिरिक्त जगह लगेगी। मेट्रो सरकार से इस रूट पर 3 मीटर अतिरिक्त एफएसआय देने की अपील राज्य सरकार से करेगी।

तीन स्टेशन में सोलर कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया करेगा निवेश
नागपुर मेट्रो के लिए आवश्यक बिजली सोलर एनर्जी के माध्यम से अपनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। नागपुर मेट्रो ने सोलर कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया से एक करार किया है। इस करार के अनुसार ऐडग्रेड सेक्शन के तीन स्टेशनों में यह कंपनी निवेश करेगी। सोलर पैनल लगाने से लेकर उससे बिजली बनाने का सारा खर्चा सोलर कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया खुद उठाएगा। जिन तीन स्टेशनों में कंपनी निवेश करेगी वहाँ बिजली की खपत को सोलर एनर्जी से होगी। मेट्रो को 3 रूपए 62 पैसे प्रति यूनिट मूल्य पर बिजली उपलब्ध होगी। मेट्रो के इन स्टेशनों में प्रति दिन एक मेगावॉट बिजली की आवश्यकता होगी।