- यात्रियों के सतर्कता से टला बड़ा हादसा
- चैन पुलिंग कर यात्रियों ने रोकी गाड़ी
- सीलिंग फैन में हुआ था शार्ट-सर्किट
संवाददाता / अतुल कोल्हे
भद्रावती (चंद्रपुर)। राप्तीसागर एक्सप्रेस जो कि कोचीन से गोरखपुर की ओर जा रही थी इस यात्री ट्रेन में करीब दोपहर ढाई बजे के दौरान पीछे से लगी जनरल बोगी में लगे सीलिंग फैन में शार्ट सर्किट होने से आग लग गई लेकिन उस बोगी में सवार कुछ यात्रियों के सतर्कता से बड़ी दुर्घटना होने से बाल बाल बच गये.
जानकारी के अनुसार चंद्रपुर में गाड़ी अपने स्टापेज से दोपहर 2 बजे चलने के बाद मात्र 29किलोमीटर की दूरी तय ही किया था कि माजरी और भद्रावती के बीच देउलवाडा गाँव के रेलवे फाटक के पास जनरल बोगी न.09572 सीलिंग फैन में शॉट सर्किट से आग लग गई. आग लगते देख बोगी में बैठे कुछ यात्रियों ने चैन खींचकर गाड़ी को देउलवाडा रेलवे गेट पर रोक कर अन्य बोगी में सवार यात्रियों से घटना के विषय में जानकारी देते हुए तत्काल सहायता की गुहार लगाई इतने में ट्रेन में लगे पेंट्रीकार में कार्यरत धर्मेन्द्र, छतपाल, पवन कुमार पाण्डे, संतोष सिंह ने ट्रेन में लगे अग्निनियन्त्रक यन्त्र के सहायता से कुछ ही देर के परिश्रम के बाद आग पर काबू पा लिया. ट्रेन के गार्ड ने माजरी के स्टेशन मास्टर को जानकारी दी तथा गाँव के ही कुछ नागरिकों ने स्थानीय माजरी पुलिस को सूचना फोन पर दिया जिसके बाद माजरी थानेदार गजानन तामटे व उप विभागीय पुलिस अधिकारी सुनील जायसवाल आदि ने तत्काल पहुँच कर वेकोलि माजरी के दोनों दमकल और वरोरा नगरपरिषद का एक तथा ओएफसी चांदा का एक दमकल माजरी रेलवे जंक्शन पर पहुँच गए. साथ ही वेकोलि माजरी की दोनों एम्बुलेंस भी घायलों के सहायता के लिए पहुँच गए थे. माजरी जंक्शन पर ट्रेन आते ही सभी ने सहायता के लिए माजरी पुलिस के साथ पीछे से लगे तीसरे सामान्य बोगी में आग बुझाने के लिए दौड़े, लेकिन पेंट्रीकार कर्मियों ने पहले से ही आग पर काबू पा लिया था. इसके बाद बोगी की पूरी तरह से जांच पड़ताल कर शार्ट सर्किट वाले सीलिंग फैन का बिजली काट कर ट्रेन को माजरी जंक्शन से शाम चार बजे रवाना किया गया. इस ट्रेन में आग लगने के कारण सिकंदराबाद पटना आदि कुछ ट्रेनों को एक घंटा देर से छोड़ा गया.
लेकिन इतनी बड़ी हादसा होने के बाद भी रेल्वे विभाग का एक भी आला अधिकारी माजरी जंक्शन पर नहीं पहुंच पाया था. इन सब बातों से यह पता लगता है कि अब भी रेलवे प्रबंधन पूर्व में हुए घटनाओं से भी कोई सबक नहीं ली है. जब कि सामान्य नागरिकों के लिए काम करने वाला प्रशासन तुरंत सहायता के लिए पहुँच गया.