नागपुर: बेटे के ख़िलाफ़ प्रताड़ना का आरोप लगते हुए पुलिस में की गई शिकायत को पूर्व मंत्री रणजीत देशमुख ने वापस ले ली। मंगलवार शाम मीडिया के सामने आकर देशमुख के छोटे बेटे डॉ अमोल देशमुख ने पिता द्वारा शिकायत वापस लेने और सुलह की जानकारी दी। अमोल ने बताया की राजनीतिक घरों में कई बाहरी लोग संपर्क में होते है जो अपने फ़ायदे के लिए फ़ूट डालने का काम करते है। उन्होंने आशंका जताई की उनके पिता द्वारा शिकायत करने के पीछे किसी बाहरी व्यक्ति का हाँथ हो सकता है। अमोल के मुताबिक मीडिया में ख़बर आने के बाद वो उनकी माँ और पत्नी सब हतप्रभ रह गए। कई तरह की बातें सामने आने के बात उन्होंने स्वयं अपने पिता से बात की जिसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली। उनके ख़िलाफ़ की गई शिकायत ग़लतफ़हमी में की गई थी लेकिन अब परिवार में सबकुछ सामान्य है।
पिता के साथ किसी भी तरह के विवाद की बात से इनकार करते हुए अमोल ने कहाँ की पढाई के लिए वो विदेश में रहे उनकी पत्नी भी उच्च शिक्षित है और दोनों ने वर्षो तक कई स्थानों पर काम किया लेकिन पूर्व में पिता की बीमारी के चलते उनकी देखभाल के लिए उनके साथ रहने का फैसला लिया था। पिता रणजीत देशमुख ईरादे के पक्के है उनका परिवार स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रीय रहा है उनका खुद का स्वाभाव विवादों से दूर रहने वाला है। हमारा परिवार राजनीतिक है यहाँ छोटी-मोटी बातें होती रहती है हो सकता है की मेरे व्यवहार से पिता आहत हुए हो लेकिन अब सबकुछ ठीक है। घर की बात घर में ही रहने दी जाये।
72 वर्षीय श्री देशमुख पार्किसंस नामक बीमारी से जूझ रहे हैंं। पुलिस में की गई शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि बेटे की प्रताड़ना के कारण ही वे बीमार हुए थे। बहरहाल अब ये शिकायत वापस ले ली गई है लेकिन देशमुख परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद पुराना है।