नागपुर: रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार, अपनत्व और रिश्ते का प्रतीक होता है। परंपरागत तरीके से राखी बांधना, मिठाई खिलाना और तोहफे देना इस त्योहार की खास परंपरा है। लेकिन इस बार एक परिवार ने इस त्योहार को आधुनिक तकनीक के संग मनाकर इसे और भी खास बना दिया।
इस अनोखे मौके पर बहन ने पारंपरिक हरे रंग की झिलमिलाती पोशाक पहन रखी थी। उसके हाथों में सोने की कंगन, कानों में झुमके और माथे पर टिकली थी। सामने एक सुंदर थाली रखी हुई थी, जिसमें अक्षत, फूल, मिठाई और दीपक सजाया गया था। बहन ने प्यार से भाई की कलाई में राखी बांधी, तिलक लगाया और मिठाई खिलाई।
पर जब तोहफे देने की बारी आई, तो भाई ने हाथ में गिफ्ट या नकदी लेने के बजाय अपने मोबाइल को निकाला। बहन ने अपने हाथ में ‘QR कोड’ वाला बोर्ड पकड़ा और भाई ने उसे स्कैन करके मोबाइल के जरिए ऑनलाइन गिफ्ट भेजा। कुछ ही पल में बहन के मोबाइल पर पेमेंट रिसीव्ड की सूचना आई, और उसके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई।
घर के बाकी सदस्य भी इस अनोखे और डिजिटल तरीके से मनाए गए रक्षाबंधन के उत्सव के साक्षी बने। एक ओर परंपरागत पोशाक, थाली, दीपक, मिठाई और रक्षाबंधन की भावना थी, वहीं दूसरी ओर यूपीआई भुगतान, क्यूआर कोड और मोबाइल ट्रांसफर का आधुनिक स्पर्श।
यह घटना दिखाती है कि समय के साथ तरीके बदलते हैं, तकनीक आती है और जाती है, लेकिन भाई-बहन का प्यार और रिश्ता हमेशा मजबूत रहता है। रक्षाबंधन के इस डिजिटल अवतार ने त्योहार को एक नई मिठास और यादगार अनुभव दिया।