Published On : Sat, Sep 19th, 2020

आदेश के बावजुद कृषी विभाग नही कर रहे संतरा फसलों का पंचनामा

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प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों के फसलों लिए पंचनामा आदेश

काटोल : अगस्त 2020 में लगातार बारिश के कारण, स्टेम बोरर्स, थ्रिप्स, चक्रिभूंगा, विषाणू जन्य पीली मोज्याक, फफूंद, मूल सड़ांध, के संक्रमण के कारण सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसी प्रकार ब्राऊन राॅट के प्रकोप के कारण बड़ी संख्या में संतरा तथा मोसंबी फलों का भारी मात्रा मे गलन होने के कारण से संतरा तथा मोसंबी उत्पादक किसानों का भारी नुकसान हो चुका है.इसकी जानकारी स्थानिय जनप्रतिनिधीयों तथा किसानों ने कटोल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को दी गयी. किसानों के खरीफ फसलों के नुकसान की जिनकारी मिलते ही विधायकु अनिल देशमुख स्वयं कृषि तथा राजस्व अधिकारियों के साथ काटोल-नरखेड़ तालुका के किसानों के खेतों में पहूंचकर नुकसान हुये फसलों का जायजा लिया, तथा इसकी जानकारी राज्य शासन को दी गयी ।

जिसका सज्ञान सरकार द्वारा लिया गया और विभिन्न बीमारियों के कारण इन फसलों को हुए नुकसान के लिए शासन द्वारा पंचनामा करने के निर्देश जिल्हाधिकारी नागपुर को दिये गये । जिलाधिकारी नागपुर के आदेशा अनुसार, काटोल तहसीलदार द्वारा संबंधित गाँव के कृषि सहायक, ग्राम अधिकारी(पटवारी), ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव, संबंधित गाँव के पुलिस पटेल एवं सरपंच की उपस्थिति में संयुक्त पंचनामा करने के निर्देश काटोल के तहसीलदार अजय चारडे ने दिये, तथा इस संयुक्त पंचनामे करते समय कोई पिडीत किसान पंचनामा से वंचित ना रह जाय इसकी दक्षता लेने के भी निर्देशीत किया है.साथ ही सभी संयुक्त पंचनामा तालुका कार्यालय को भेजा जाने के निर्देश भी तहसीलदार अजय चरडे ने दिये है । फिर भी काटोल तहसील के कृषी विभाग प्रभावित संतरा फसलों के पंचनामा नही करने की शिकायत काटोल खंडाळा के किसान श्री राम चरडे, चन्द्रशेखर बेलखेडे, काटोल के किसान गोपाल (सोनू) गुप्ता, नितीन राठी, विशाल वानखेडे, कैलास देशमुख, डोंगरगाव के किसान आशिष मक्कड, एड मानिक देशमुख, राजेंद्र उमप संतरा उत्पादक किसानों ने की है.

: इस विषय पर काटोल के तहसीलदार अजय चरडे से बात करने पर बताया की प्रभावित किसानों के संतरा मोसंबी, सोयाबीन आदी फसलों का नुकसान के पंचनामा करने के कृषी अधिकारीयों को निर्देश दिये है.

वहीं कृषी अधिकारी सुरेश कन्नाके से पुंछने पर बताया की काटोल तहसील के प्रभावीत किसानों के फसलों के पंचनामा करने के लिये कृषी विभाग के कर्मचारी प्रभावित किसानों के पंचनामा करने मे लगे है वहीं एक भी किसान नाम इस सर्वे से वंचित नहीं रहेगा अभी भी हमारे कुषी विभाग के अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा किसानों के खेतों जाकर उनके फसलों तथा संतरा मौसमी फलो जो बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ इसका पंचनामा कर रहे हैं। .

किंतू काटोल समिपस्थ खंडाला के संतरा उत्पादक किसान श्रीराम चरडे सोनु गुप्ता, चन्द्रशेखर बेलखेडे तथा डोंगरगाव के किसानों ने बताया की हम विगत आठ दिनों से कृषी विभाग के पंचनामा करने वाले अधिकारीयों के प्रतिक्षा में है. अब तक जांच दल खेतों तक नही पहूंचे है!