Published On : Sat, May 4th, 2019

समस्या : अब तक दस्तावेज़ लेकर नहीं पहुंचे सैंकडों पालक कमेटी के पास

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नागपुर- आरटीई प्रवेश से पहले वेरिफिकेशन कमेटी से डॉक्युमेंट्स का वेरिफिएक्शन कराना अनिवार्य है. वेरिफिकेशन में पात्र ठहराए जाने के बाद स्कूल के नाम प्रवेश पत्र जारी किया जाता है. वेरिफिकेशन की अंतिम तिथि भी 10 मई तक बढ़ाई गई है. एडमिशन की तारीख प्रशासन की ओर से बढ़ा दी गई है. एडमिशन की तारीख भी अब 10 मई है.

आरटीई एक्शन कमेटी ने मियाद बढ़ाने की मांग का निवेदन शिक्षा विभाग के अंडर सचिव संतोष गायकवाड़ को दिया था. निवेदन में कहा गया था कि 50 और 60 प्रतिशत पालक ही कमेटी के पास डाक्यूमेंट्स लेकर पहुंचे हैं. इसलिए मियाद आगे बढ़ाई जाए. जिस पर सरकार ने संज्ञान लेकर मियाद बढ़ाई है.

शरीफ ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक लगभग 1015 अभिभावक डॉक्युमेंट्स का वेरिफिकेशन कराने कमेटी के पास नहीं पहुंचे हैं. शरीफ ने बताया कि पालकों को स्कूल की तरफ से स्कूल में जल्द से जल्द से एडमिशन लेने की धमक दी जा रही है. एडमिशन की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की है. स्कूल के हाथ में कुछ भी नहीं है. स्कूल से पालकों को डरने की जरूरत नहीं है और किसी भी तरह से अगर एडमिशन के लिए स्कूल प्रशासन पैसे की मांग करता है तो पैसे भी न दें. किताब भी स्कूल से नहीं खरीदनी है.

आरटीई कमेटी इसकी जानकारी देगी. उन्होंने बताया कि पहली से लेकर पांचवीं क्लास तक स्कूल के विद्यार्थियों को किसी भी तरीके की टेक्नीकल शिक्षा स्कूल नहीं दे सकती. कंप्यूटर और अन्य तकनिकी शिक्षा के लिए भी स्कूल पैसों की मांग नहीं कर सकता है. शरीफ ने कहा कि त्रिमूर्ति नगर स्थित मनोज स्कूल ने एक विद्यार्थी को एडमिशन देने से मना किया है जिससे स्कूल पर कार्रवाई होगी.