Published On : Mon, Apr 30th, 2018

प्रफुल्ल पटेल मेरे भाई जैसे – नाना पटोले

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नागपुर: राजनीति में किसी से दुश्मनी स्थित नहीं होती है यही कहावत भंडारा-गोंदिया संसदीय सीट पर भी देखने को मिल रही है। कल तक एक दूसरे से प्रखर विरोधी रहे नाना पटोले और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल अब एक हो चुके है। 2014 लोकसभा में बतौर प्रतिद्वंदी चुनाव लड़ने वाले नेता अब साथ साथ है और सीट पर होने वाले उपचुनाव में साथ चुनाव लड़ने की हामी भर रहे है। सोमवार को पूर्व सांसद और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नाना पटोले ने मीडिया से बातचीत में बताया की पटेल से उनका झगड़ा ख़त्म हो चुका है पटेल उनके भाई जैसे है और दोनों मिलकर न सिर्फ लोकसभा उपचुनाव लड़ेंगे बल्कि भंडारा-गोंदिया को बीजेपी मुक्त भी बनाएंगे। पटोले के मुताबिक कांग्रेस और राष्ट्रवादी दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। आगामी दो दिनों के भीतर दोनों दलों के गठबंधन का फैसला हो जायेगा। फैसला जो भी होगा वो उन्हें और पटेल दोनों को मान्य होगा। पटोले ने कहाँ की प्रफुल्ल पटेल उनके भाई जैसे है दोनों के बीच वैचारिक झगड़ा था जो अब समाप्त हो चुका है। अब हम दोनों ने फैसला लिया है की साथ मिलकर जनता की सेवा करेंगे। पटोले के मुताबिक उन्होंने दिल्ली में पटेल से चुनाव और संसदीय क्षेत्र की रणनीति के संबंध में चर्चा भी की है।

गौरतलब हो की रविवार को हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कार्यकारणी की बैठक में पार्टी प्रमुख शरद पवार ने उपचुनाव में एक एक सीट के बंटवारे का सुझाव दिया था। इस बैठक में अपनी भूमिका स्पस्ट करते हुए पवार ने पिछले चुनाव जीती सीट को बरक़रार रखने का आग्रह मित्रपक्ष से करने की बात कही थी। पवार के इस रुख ने भंडारा-गोंदिया सीट राष्ट्रवादी के पक्ष में जाने की संभावना है। ऐसे में सोमवार को नाना पटोले द्वारा व्यक्त की गई भूमिका से साफ होता है की अगर यह सीट राष्ट्रवादी के खाते में चली भी गई तो इस पर उनकी कोई खास आपत्ति नहीं होगी। भंडारा-गोंदिया के साथ पालघर में भी साथ उपचुनाव होने वाले है।

अगर वर्षा पटेल उम्मीदवार तो दूंगा समर्थन
भंडारा-गोंदिया सीट से पूर्व सांसद और वर्त्तमान में राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल के उपचुनाव लड़ने की संभावना कम है। ऐसे में उम्मीदवार को लेकर कई तरह के नाम सामने आ रहे है। प्रमुख नाम पटेल की पत्नी वर्षा पटेल का भी सामने आ रहा है। पटोले के मुताबिक अगर गठबंधन में वर्षा पटेल की उम्मीदवारी तय होती है तो यक़ीनन उन्हें लोकसभा पहुँचाने का प्रयास करेंगे। उनका मकसद जिले को भाजपा मुक्त बनाना है इसके लिए वो हर संभव प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नीतियों के चलते उन्होंने बीजेपी छोड़ी। एनडीए सरकार द्वारा लिए गई फैसलों से किसान,गरीब के साथ देश का हर वर्ग त्रस्त है। जनता अपनी नाराजगी उपचुनाव में भाजपा को हराकर व्यक्त करेगी ऐसी उम्मीद पटोले ने जताई।