Published On : Fri, Nov 6th, 2020

पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने शस्त्र धारक नागरिकों की बैठक कर लंबित प्रकरणों की सुनवाई की

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नागपुर – नए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार नें नागपुर पुलिस जिमखाना में शहर के तमाम लाइसेंस शस्त्र धारक नागरिकों की बैठक कर लंबित प्रकरणों की एकमुश्त सुनवाई की. इस दौरान उन्होंने ऐसे अनेक लायसेंसी शस्त्रधारकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये, जिनपर विभिन्न मामलों में आपराधिक प्रकरण दर्ज किये गये हैं. मौके पर ही अनेक मामलों का निपटारा करते हुए कुछ मामलों में संबंधित थानों को तत्काल शस्त्र जमा कराये जाने के लिये तो अनेक मामलों में थानों में जमा शस्त्र तत्काल लौटाये जाने के लिये भी निर्देशित किया गया है. बैठक के दौरान सार्वजनिक रूप से पारदर्शी प्रक्रिया और अपने विवेकाधिकार का प्रयोग करते हुए पुलिस आयुक्त ने कुछ नये आवेदनों के मामले में शस्त्र अनुज्ञप्तियां जारी करने के निर्देश भी दिये वहीं अनेक मामलों में राहत देते हुए अनेक शस्त्रधारियों के लंबित मामलों का त्वरित निपटारा भी किया.

इस दौरान अनेक मामलों में संवेदनशील रूप से विचार करते हुए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने लायसेंस के नवीनीकरण के अनेक मामलों में तत्काल स्वीकृति के आदेश भी दिये. इस समूची प्रक्रिया में लगभग 258 फाईलों का निपटारा किया गया. इस दौरान उपायुक्त हैडक्वार्टर संदीप पखाळे, शस्त्रशाखा प्रभारी लिपिक कडू. एवं पूनम ठाकुर की भी भूमिका रही. नागपुर के सभी थानों के एस बी से संबंधित अधिकारी कर्मचारियों की भी मौके पर तैनाती रही.

पुलिस जिमखाना में नागपुर के ऐसे नागरिकों को भी उपस्थित रहने को कहा गया था जिनके शस्त्र अनुज्ञप्ति संबधित विभिन्न मामले नागपुर पुलिस आयुक्तालय में दीर्घकाल से विचाराधीन थे. आयुक्तालय की शस्त्र संबंधित शाखा के विभिन्न कर्मचारी सभी मामलों की फाईलें,सूची और आवश्यक सभी दस्तावेजों के साथ मौके पर ही मौजूद थे. कई मामलों में पुलिस आयुक्त और उपायुक्त पुलिस मुख्यालय की स्वीकृति की बर्षों से बाट जोह रही फाईलें एक साथ ही मंगवा ली गईं थी. इन फाईलों का निराकरण पुलिस आयुक्त नें पूरी पारदर्शिता के साथ के किया. बडी. संख्या में भूतपूर्व सैनिकों, सीआरपीएफ और महाराष्ट्र पुलिस बल से सेवानिवृत रहे अधिकारियो- कर्मचारियों , वरिष्ठ नागरिकों , व्यापारियों, चिकित्सकों, उद्यमियों, उद्योगपतियों तथा सामान्य नागरिकों की मौजूदगी में ही लगभग हरेक प्रकरण की सुनवाई हुई. इसी दौरान पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने सार्वजनिक रूप से घोषणा भी की कि वरिष्ठ नागरिकों को शस्त्र लायसेंस नवीनीकरण, व्यक्तिगत जांच ,आवेदन या मामले के संबंध में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने से छूट रहेगी. यदि किसी वरिष्ठ नागरिक को इस संबंध में पूर्व में अथवा भविष्य में कोई पत्र या नोटिस मिलता है तो वह आयुक्तालय को और संबंधित पुलिस अधिकारी कर्मचारी को सूचित कर सकता है. वरिष्ठ नागरिकों के मामले मे कोई भी जांच के लिये उनके निवास पर ही जांच अधिकारी जाकर पूरी करेंगे.

नागपुर पुलिस आयुक्तालय के इतिहास में एक साथ 258 मामलों की एक साथ सुनवाई पहली बार

नागपुर शहर में नागरिकों को शस्त्र लायसेंस के मामलों में एक ओर पुलिस आयुक्त ने प्रशासनिक संवेदनशीलता और पारदर्शीके साथ अनेकों प्रकरणों में सहानुभूति पूर्वक निपटारा किया वही ऐसे शस्त्र लायसेंस धारकों के प्रति बहुत सख्ती दिखाई जिनपर अनेक प्रकार के आपराधिक प्रकरण दर्ज है. मौके पर ही मौजूद शहर के विभिन्न थानों के बिशेष शाखा के पुलिस अधिकारी- कर्मचारियों से शस्त्रधारकों पर दर्ज मामलों का ब्यौरा सत्यापित किया. इसी दौरान नागपुर के व्यवसायी मोहब्बत सिंह टुली, दलबीर सिंह टुली के बैठक में अनुपस्थित रहने और उन पर दर्ज कतिपय आपराधिक मामलों के आधार पर उन्हें शस्त्र लायसेंस निरस्त किये जाने से पूर्व नोटिस जारी करने के आदेश भी दिये गये. नागपुर के एक पेट्रोल पंप व्यवसायी तथा एक बार संचालक के भी शस्त्र को तुरंत थाने में जब्त किये जाने संबंधी आदेश भी मौके पर ही दिये गये. इसके अलावा किस किस को नोटिस भेजा जायेगा उन बडे. कारोबारियों के नाम की सूची मिलना प्रतीक्षित है. पुलिस आयुक्त नें बैठक में पहुंचे हरेक व्यक्ति के प्रत्येक मामले में स्वयं पूछताछ और सुनवाई कर त्वरित समाधान भी किया.

बैठक के हाईलाईट्स
कई बर्षों से लंबित शस्त्र अनुज्ञा के उलझे हुए मामलों का सहानुभूति पूर्वक निपटारा. कुल 258 मामलों का निपटारा.

वरिष्ठ नागरिकों को व्यक्तिगत सत्यापन के लिये थाने, पुलिस जोन आफिस, क्राईम, एसबी, अथवा आयुक्तालय में भटकने की जरूरत नहीं पडे.गी. संबंधित पुलिस अधिकारी- कर्मचारी स्वयं उनके निवास पर जाकर सत्यापन करेंगे.

शस्त्र लायसेंस नवीनीकरण के 60 मामलों का मौके पर ही निराकरण.

आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के कारण 7-8 मामलों में शस्त्र लायसेंस निरस्तीकरण का नोटिस भेजा जायेगा. जिनमें बडे. होटल व्यवसायी , बार मालिक और पेट्रोल पंप संचालक शामिल हैं.

पूर्ण प्रक्रिया हो चुके 8-10 मामलों में नवीन आवेदकों को शस्त्र अनुज्ञप्ति देने के मौके पर ही आदेश दिये गये.

15 मामलों में नये आवेदनों को निरस्त किया गया. इन्हे आयुक्त ने नागपुर पुलिस की सुरक्षा के प्रति विश्वास रखने को कहा है.

वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के आवेदनों को पूर्ण संवेदनशीलती से सुना तथा निराकृत किया गया.

निजी सुरक्षा कंपनियों के एकमुश्त लायसेंस शस्त्र रिटेनरों के निजी सत्यापन होने तक मामले विचाराधीन रखे गये.

सरकारी बैंको , धन प्रबंधन और सुरक्षा रक्षकों को दस्तावेजों के आधार पर नवीनीकरण की अनुमति के आदेश मौके पर ही दिये गये.

नागपुर पुलिस के इतिहास में पहली बार ऐसा संभव हो सका है कि शस्त्र अनुज्ञप्ति संबंधी मामलों का इस प्रकार पारदर्शी ,त्वरित और नागरिकों के लिये संतोषकारी समाधान संभव हो सका है.