नागपुर– हालांकि सरकार के बनाएं हुए ट्रैफिक नियम सभी के लिए बराबर और समान है, लेकिन शहर में सामान्य वाहनचालकों के लिए अलग ट्रैफिक नियम है और विशेष लोगों के लिए अलग नियम है, ऐसा दिखाई देता है. शहर में कई ट्रैफिक सिग्नलों पर देखा जा सकता है की छोटे लोडिंग वाहनचालकों को उनकी गाडी खाली रहने पर भी रोका जाता है और उन्हें परेशान किया जाता है. जबकि कई प्लास्टिक की टंकिया और पाइप बनानेवाली कंपनीया रोजाना नियम तोड रही है. कंपनी की ओर से ओवरलोड ट्रक पानी की टंकिया लेकर शहर में और शहर के बाहर घूम रहे है. जिसके कारण नियमों का तो उल्लंघन हो ही रहा है. इसके साथ ही दूसरे वाहनचालकों की जान को भी धोखा निर्माण हो गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई कंपनीयो के ऐसे ट्रक चलते है, एक्स्ट्रा हाईट के कारण ट्रकों का रोजाना किसी न किसी जगह पर चालान भी होता है. आरटीओ के हिसाब से एप्रूव्ड बॉडी भी नहीं है. बावजूद इसके न तो आरटीओ की ओर से कार्रवाई की जाती है और नाही ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई की जाती है. हां चालान करके खानापूर्ति जरूर की जाती है. इन ट्रकों में पानी की टंकिया भरी होती है.
जो शहर में और शहर के बाहर के दुकानों में टंकिया सप्लाई करते है. इन ट्रकों में पानी की टंकिया ट्रक की ऊंचाई से ज्यादा भरी जाती है. अगर टंकिया गिरी तो किसी भी तरह की वाहनचालकों के साथ जीवितहानी भी हो सकती है. लेकिन इस बात की किसी को भी फ़िक्र आखिर क्यों नहीं है और यातायात विभाग और आरटीओ विभाग आंखे मूंदकर क्यों बैठा है. यह सवाल अब उठ रहा है. नियमों को ताक पर रखकर यह ट्रक शहर और शहर के बाहर दौड़ रहे है. आखिर इसपर लगाम कब लगेगी.
गौर करनेवाली बात यह है की जब शहर में इतने वर्षो से कंपनीयो के यह ओवरलोडेड ट्रक चल रहे है तो अब तक ट्रैफिक विभाग की ओर से और आरटीओ के अधिकारियो की ओर कंपनी को निर्देश क्यों नहीं दिए गए. या फिर यह कहे की दोनों ही विभाग की ओर से दुर्घटना होने का इन्तजार किया जा रहा है.
इस मामले को लेकर ट्रैफिक विभाग से संपर्क करने की कोशिश की गई. लेकिन उनकी ओर से कोई भी प्रतिसाद नहीं दिया गया