अकोला। प्रदेश के कृषि एकनाथ खडसे ने अकोला के 284 अस्थायी कर्मचारियों को विश्वविद्यालय की सेवा में नियमित करने का फैसला कर 284 परिवारों का राहत दी है. ज्ञात हो कि इन कर्मचारियों को सेवा में नियमित करने की मांग को लेकर विधायक गोवर्धन शर्मा ने कई बार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी रखा था. इतना ही नहीं कृषिमंत्री खडसे ने महाराष्ट्र के तीन कृषि विश्वविद्यालयों के 1 हजार 159 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को सेवा में नियमित किया है. डा. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के गठन के दौरान जिन प्रकल्पग्रस्त किसानों की जमीनें शासन ने अधिग्रहित की थी उन किसानों के वारिसों को पीकेवी की सेवा में उनकी योग्यता के आधार पर शामिल करने का आश्वासन प्रदेश सरकार ने दिया था. इस प्रक्रिया को लंबा अंतराल बीतने के बावजूद प्रकल्पग्रस्त परिवारों को सेवा में शामिल नहीं किया गया था.
पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय में 253 मजदूर व अर्धकुशल तथा 31 कुशल श्रमिक कार्यरत थे, जो लगातार सालों से सेवा में नियमित करने के लिए आंदोलन कर रहे थे. विधायक गोवर्धन शर्मा ने श्रमिकों के मुद्दे को बार-बार सदन में उठाया था. अंतत: प्रदेश के कृषि व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने प्रदेश के तीन कृषिविश्वविद्यालयों में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के रूप में कार्यरत 1159 मजदूर तथा कुशल, अर्धकुशल कर्मचारियों को सेवा में कायम करने कानिर्णय लिया है, जिसके लिए आवश्यक 596 अधिसंख्य पदों को मंजूरी दी जाएगी. इन कर्मचारियों को नियमित करने के बाद प्रति वर्ष वेतन व भत्ते के लिए 6 करोड 40 लाख रूपए की अतिरिक्त राशि लगेगी, जिसके लिए सरकार ने मंजुरी प्रदान की है, ऐसी जानकारी कृषि मंत्री खडसे ने विधान परिषद में दी. उन्होंने कहा कि अकोला के डा. पंजाबरावदेशमुख कृषि विश्वविद्यालय में 253 एवं 31, वसंतराव नाईक मराठवाडा विश्वविद्यालय में 283 मजदूर व 263 कुशल, अकुशल कर्मचारी, डा.बालासाहब सावंत कोकण कृषिविश्वविद्यालय में 235 कर्मचारियों को इस आदेश से नियमित किया गया है. कृषि मंत्री के इस फैसले ने सालों से संघर्ष कर रहे प्रकल्पग्रस्तो के चेहरों पर मुस्कान ला दी है.