नागपुर: बोरखेड़ी स्थित भारत पेट्रोलियम के डेपो में कर्मियों की मिलीभगत से ईंधन चोरी करने का मामला सामने आया है. 24 अगस्त को पेट्रोल पंप डीलर के टैंकर जब ईंधन भरने आए तो उन्हें कम ईंधन दिए जाने का अंदेशा हुआ. जिसके बाद उन्होंने इसपर आपत्ति जताई. इसके बाद जानकारी के अनुसार कैलिब्रेशन के लिए संघटन के सदस्य भारत पेट्रोलियम पहुंचे. इस दौरान सदस्यों ने पाया की डेपो से पेट्रोल पंप डीलरों के जो टैंकर भरे जाते है उसमें 12,000 हजार लीटर के टैंकर में 45 से 48 लीटर ईंधन कम पाया गया. इसके बाद कैलिब्रेशन टावर की दुरुस्ती कर फिर से 29 अगस्त को नापतोल विभाग की ओर से जांच किए जानकारी सामने आयी है. इस पूरे मामले में एंटी अडल्ट्रेशन कमेटी के चेयरमैन मो. शाहिद शरीफ ने जानकारी देते हुए बताया की सीधे डेपो के कर्मियों द्वारा इस तरह से ईंधन में चोरी करने के कारण ही शहर के पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों की लूट हो रही है.
उन्होंने बताया की शहर से जो टैंकर डेपो में ईंधन लाने जाते है,वही पर ईंधन की चोरी की जा रही है. डेपो की मिलीभगत के कारण इस तरह से चोरी की जा रही है. इस चोरी को डीलरों की ओर से पकड़ा गया है. उन्होंने बताया की एक बार उन्होंने भी इस तरह की चोरी पकड़ी थी. उस दौरान डीजल में 1 हजार लीटर में 7 लीटर की चोरी पकड़ी थी. पेट्रोल में साढ़े 4 लीटर की चोरी पकड़ी गई थी. इस तरह से डेपो से ईंधन चोरी करने के कारण शहर में वाहनचालकों को पेट्रोल पंप वाले कैंची मारकर पेट्रोल डीजल देते है. उन्होंने आरोप लगाया है की टेरिटरी मैनेजर और डिपो मैनेजर के आशीर्वाद से यह सभी कार्य होता है. उन्होंने कहा की यह चुराया गया पेट्रोल कंपनी अपने पेट्रोल पम्पो में उपयोग में लाती है.