नागपुर: पीपल फॉर एनिमल यानी पेटा के पदाधिकारियों को अपने संगठन पर पाबंदी की मांग नागवार गुजरी है और उनका दावा है कि दुनिया का कोई देश उनके संगठन पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में बैलों के साथ खेलने के प्राचीन खेल जल्लीकट्ट्टू पर प्रतिबंध लगाने की मांग पेटा ने ही प्रमुखता से की थी और तमिलनाडु में हाल ही जल्लीकट्ट्टू के समर्थन में हुए प्रदर्शन के दौरान पेटा पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी जोरशोर से उठाई गयी। नागपुर में पेटा का काम देखने वाली करिश्मा गिलानी से जब नागपुर टुडे ने बात की तो उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के लोगों की मांग नाजायज है और इस पर से प्रतिबंध हटाकर इसे दोबारा शुरु करने का काम राज्य और केंद्र सरकार ने जन-दबाव में किया है। उनका कहना था कि उनके संगठन पेटा पर प्रतिबंध की मांग बेमानी है, क्योंकि उनका संगठन एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, अतः उस पर पाबंदी का तो सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने यह भी कहा कि लोग तो बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर बालविवाह और सती प्रथा को भी फिर शुरु करने की मांग कर सकते हैं तो क्या सरकार इन कुरीतियों को भी फिर से समाज में जगह बनाने की इजाजत देगी?