सालेकसा (गोंदिया)। इंसान मेहनत से बड़ा बनता है. काम करने की जिद इंसान में होनी चाहिए. बुद्धिमत्ता शहर में है तो ग्रामीण क्षेत्र में भी होती है. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, महेन्द्रसिंघ धोनी क्रिकेटर बने. ये ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ती थे. सभी ने अपने बुद्धिमत्ता के आधार पर यश प्राप्त करना चाहिए. ऐसा पूर्व प्राचार्य डा. प्रभाकर गुप्ता ने व्यक्त किया. वे मनोहर महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव में बोल रहे थे. कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रभाकर, प्रमुख अतिथी दुर्गाताई निराले, विरेन्द्र जैन, उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज, देवी सरस्वती, स्व. मनोहरभाई पटेल की प्रतिमा की पुजन करके माल्यार्पण किया गया. महाविद्यालय के 20 वर्षो में हुई प्रगती के बारे में उन्होंने बताया. महाविद्यालय के प्राचार्य डा. हरिनारायण चौरसिया ने अपने समय में शिक्षा के अनेक अभियान चलाये. जिसके लिए विद्यार्थी प्रतिनिधी मंडल, शिक्षण और कर्मचारी, आदिवासी विद्यार्थी संघ की ओर से शाल, श्रीफल और स्मृती चिन्ह देकर डा. प्रभाकर गुप्ता का सत्कार किया गया. पवन पाथोडे ने महाविद्यालय पर गीत प्रस्तुत करके प्राचार्य को सप्रेम भेट दिया.
कार्यक्रम का प्रास्ताविक डा. चौरसिया, संचालन प्रा. ममता पालेवार, प्रा. अश्विन खांडेकर, ने किया. आभार प्रदर्शन डा. गोपाल हलमाटे ने किया. कार्यक्रम की सफलता के लिए भगवान साखरे, डा. एन.एम. हटवार, प्रा. श्रीकांत फुंडे, जोगी, विजय पाटिल, सविता अम्बाले, मोहन बन्सोड, दुर्गा सुधवानी ने प्रयास किया.
