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अकोला। मनपा उपायुक्त माधवी मडावी के निर्देश पर टैक्स विभाग के अधिकारियों ने शहर के ४ मोबाइल टावरों को बकाया कर अदा न किए जाने के कारण सील कर दिया. मोबाइल टावर सील किए जाने की कार्रवाई को लेकर बकाया करदाता कंपनियों के अधिकारियों में हडकम्प मच गया है. टावर से सील निकालने के लिए कंपनियों के अधिकारियों द्वारा प्रयास किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है.
नागरिकों को मोबाइल सेवा प्रदत्त कंपनियों द्वारा हर सुविधा के लिए राशि वसूल करती है. नागरिकों द्वारा बिल की अदायगी तथा रिजार्च की अवधि समाप्त होते ही कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान करना बंद कर दिया जाता है. उपभोक्ताओं से करोडों रूपए वसूल करने वाले मोबाइल सेवा कंपनियों द्वारा स्थानीय स्वराज्य संस्था का टैक्स अदा नहीं कर रहे है.
मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी द्वारा उपायुक्त प्रशासन का पदभार संभालने के पश्चात उन्होंने बकाया टैक्स वसूल करने के लिए कमर कस ली है. बकायादारों को टैक्स अदायगी करने के लिए नोटिस जारी कर तीन दिनों में टैक्स का भुगतान करने के आदेश दिए जा रहे है. नोटिस मिलने के बावजूद भी टैक्स न अदा करने पर संपत्ति जब्त की जा रही है. उपायुक्त के निर्देश पर मनपा के कर विभाग अधीक्षक विजय पारतवार के मार्गदर्शन में नगर रचना विभाग के संदीप गावंडे, क्षेत्रीय अधिकारी अनिल बिडवे, शहर अभियंता अजय गुजर, राजेंद्र घनबहादुर, कैलास पुंडे, वासुदेव वाघाडकर, अतिक्रमण निर्मूलन अधिकारी विष्णु डोंगरे, प्रवीण मिश्रा, विजय बडोणे, प्रविण इंगोले, बिजली विभाग के अमोल डोईफोडे, सहायक कर अधीक्षक नंदकिशोर उजवणे, संपत्ति कर प्रमुख नरेंद्र घनबहादुर, मुमताज अली ने ओम नेटवर्क कंपनी के पश्चिम जोन में आने वाले भिरडवाडी में लगाए टावर पर 1 लाख 54 हजार 656, दक्षिण जोन में गौरक्षण मार्ग पर स्थित मोहिनी बार के उपर लगाए टावर पर 1 लाख लगाए मोबाइल टावर पर 2 लाख 28 हजार 197, तथा गौरक्षण मार्ग पर खंडेलवाल भवन के सामने स्थित श्रीराम काम्पलेक्स के टावर पर 1 लाख 72 हजार 44 रूपए का बकाया वर्ष 2011 से 2015 तक बकाया था. इस मामले में मोबाइल टावर के कंपनियों को बार-बार कर अदा करने के लिए नोटिस दिए जाने के बावजूद राशि अदा नही की जा रही थी. जिससे उपायुक्त के निर्देश पर मोबाइल टावर को सील कर दिया गया.