Published On : Sat, Sep 7th, 2019

ओवरफ्लो के स्तर पर फुटाला, अंबाझरी, सोनेगांव

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नागपुर: बारिश के मौसम के 3 माह गुजर जाने के बावजूद शहर में संतोषजनक पानी नहीं होने से जहां जनता हलाकान रही, वहीं प्रशासन के माथे पर भी भविष्य की चिंता की लकीरें देखने को मिल रही थीं. शुक्रवार को अचानक हुई धुआंधार वर्षा के कारण पूर्व अवस्था के लिए तरस रहे तालाब भी लबालब हो गए. साथ ही गोरेवाड़ा आदि जलाशयों की स्थिति भी संतोषजनक स्थिति में पहुंचने से प्रशासन ने राहत की सांस ली. बताया जाता है कि शुक्रवार की बारिश के बाद भले ही फुटाला, अंबाझरी और सोनेगांव तालाब ओवरफ्लो न हुए हो, लेकिन देर शाम तक ओवरफ्लो के स्तर पर इन तालाबों की स्थिति देखी गई.

गोरेवाड़ा लगभग फुल
बारिश के अब तक के पूरे मौसम में पहली बार हुई इतनी तेज वर्षा का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पूरी तरह सूख चुका गोरेवाड़ा जलाशय भी लगभग फुल हो गया. गोरेवाड़ा जलाशय का अधिकतम स्तर 315.65 मीटर है.

इससे अधिक पानी जमा होने पर इसे ओवरफ्लो करार देकर यहां से पानी छोड़ा जाता है. शुक्रवार की शाम तक गोरेवाड़ा जलाशय में 314.31 मीटर पानी जमा हो गया था जो ओवरफ्लो के लिए केवल 1.34 मीटर कम रहा. इसी तरह सोनेगांव तालाब, अंबाझरी तालाब और फुटाला तालाब की भी स्थिति होने की जानकारी सूत्रों ने दी.

तोतलाडोह में 55 प्रतिशत जलसंग्रह
विदर्भ और मध्यप्रदेश में शुक्रवार को हुई बारिश के चलते शहर के आसपास के इलाके भी पानी से लबालब हो गए. मध्यप्रदेश में हुई वर्षा का लाभ तोतलाडोह को होने से अब यहां 55.08 प्रतिशत जलसंग्रह आंका गया है. माना जा रहा है कि शाम तक बारिश के कारण स्थिति इससे अच्छी हो सकेगी. इसके अलावा शहर को कच्चे पानी की सप्लाई वाले नवेगांव खैरी जलाशय में भी 85.89 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी जमा हो गया है. 33.03 प्रतिशत पानी जमा होने से कुछ हद तक जलसमस्या से निपटा जा सकता है. तोतलाडोह बांध में 710.14 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी जमा होने की जानकारी भी सूत्रों ने दी.