Published On : Tue, Jun 8th, 2021

मंत्री की समीक्षा बैठक में उठी ‘रेत माफियाओं’ के खिलाफ आक्रोश

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गांव वालों को शांत करने दिया गया कार्रवाई का आदेश 1

नागपुर/पारशिवनी – पारशिवनी अंतर्गत एक सभागृह में कल सोमवार को एक मंत्री की समीक्षा बैठक हुई,इस बैठक में स्थानीय तहसील के ‘रेत घाटों’ पर चल रहे अवैध कृतों,24 घंटे अवैध उत्खनन

ओवरलोड परिवहन से गांव वालों को होने वाली अड़चनों का मदद प्रमुखता से उपस्थित गांव वालों ने उठाया।इस ज्वलंत मामलों से वाकिफ तथाकथित जनप्रतिनिधियों ने शांत करने के उद्देश्य से तहसीलदार को कार्रवाई का आदेश दिया।सभा की विशेषता यह थी कि सभा में स्थानीय विधायक व राज्य खनिकर्म महामंडल के अध्यक्ष उपस्थित तो थे लेकिन शांत बैठ सिर्फ नज़ारा देख रहे थे,शायद इसलिए भी कि चंद्रपुर के खनिकर्म महामंडल के आरक्षित रेत घाट में हुई धांधली में उनका नाम प्रमुखता से आया हैं.

राज्य की सत्ताधारी पक्षों का जिले के रेत घाटों से गहरा लगाव हैं,घाट किसी का भी हो,इसमें सत्तापक्ष के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी की वजह से जिला प्रशासन और जिला खनिकर्म विभाग,SDO और तहसीलदारें,यातायात पुलिस,स्थानीय पुलिस आदि नतमस्तक नज़र आ रहे.इन्हीं जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में रेत घाट टेंडर पूर्व हिस्सा-बांटी के लिए एक बड़े होटल में बैठक हुई थी,जो सिरे से असफल हो गई थी.

ग्रामीणों का कहना था कि सत्तापक्ष के तथाकथित जनप्रतिनिधियों के नाम पर उनके गुर्गे रेती घाटों पर मनमानी कर रहे,गांव वालों से बुरा बर्ताव कर 24 घंटे रेती उत्खनन सह ओवरलोड परिवहन कर रहे.जिस पर रोक लगाने की मांग की गई तो उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने तहसीलदार को कार्रवाई के आदेश दिए लेकिन तहसीलदार ने समाचार लिखे जाने तक कोई भी कार्रवाई नहीं की,अर्थात इन्हीं जनप्रतिनिधियों के गुर्गे के खिलाफ कार्रवाई करने में वे हिचकिचा रहे.