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चिमुर (चंद्रपुर)। नाभिक समाज बहुत गुस्से में है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगातार की जा रही उपेक्षा से दुखी भी है. चिमुर निर्वाचन क्षेत्र में नाभिक समाज की हिस्सेदारी 18 से 20 हजार के बीच है और किसी भी उम्मीदवार के भाग्य का फैसला कर सकती है. चिमुर तालुका नाभिक संगठन ने कहा है कि उसने मतदान के अपने अधिकार का फैसला सुरक्षित रखा है और समय आने पर उचित निर्णय लिया जाएगा.
संगठन ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि इस सेवाव्रती समाज पर सरकार लगातार अन्याय करती जा रही है. केंद्र ने कुछ मांगें मान ली हैं तो राज्य सरकार उनका क्रियान्वयन नहीं कर रही. 1985 से यही स्थिति है. ऐसे में यह चुनाव निर्णायक साबित हो सकता है.