Published On : Fri, Dec 13th, 2019

विडिओ : मिहान में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट आने से ही विदर्भ के युवाओ को मिलेगा रोजगार

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नितिन लोनकर ने सरकार को दी सलाह

नागपुर – मिहान MIHAN प्रोजेक्ट स्वर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख का ड्रीम प्रोजेक्ट था । उन्ही की संकल्पना थी की नागपुर NAGPUR मध्य में है और यहाँ पर एक्सपोर्ट हब आता है, तो विदर्भ की अर्थव्यवस्था में अच्छी सुधारना हो सकती है । इसीको को ध्यान में रखते हुए मिहान का उदय हुआ था।

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सरकार ने वहापर जमींन ली और प्रोजेक्ट शुरू हुआ । शुरुवात में इसकी खूब अच्छी मार्केटिंग की गई । इसका मुख्य कार्यालय मुंबई में रखा गया था। देश में जगह जगह मिहान का प्रचार किया गया और दो तरह से इसका बटवारा किया गया । एक था एसईझेड, और कुछ नॉन एसईझेड में रखा गया था । कुछ कमर्शियल में रखा गया था। उस समय काफी प्रयास किए गए थे । फिर सरकार बदली। सरकार बदलने के बाद जिस तरह से मिहान को पुश करने की जरुरत थी। वह सरकार ने यह नहीं किया। उस समय पुरे देश में सॉफ्टवेयर का बूम था । उस बूम का फायदा शायद मिहान को मिल नहीं पाया। यह कहना है बुटीबोरी मनुफक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन लोनकर का. वे ‘नागपुर टुडे ‘ से मिहान को लेकर चर्चा कर रहे थे ।

इस दौरान लोनकर ने बताया की बूम का लाभ मिहान को नहीं मिलने की वजह से बड़ी बड़ी कंपनियों ने जैसे विप्रो, इनफ़ोसिस ने जमींन तो ले ली थी । लेकिन वे कामकाज शुरू नहीं कर पाए । हमें मिहान को आगे बढ़ाने की जरुरत थी । लेकिन बढ़ावा नहीं मिलने से मिहान का विकास नहीं हो पाया।

करोडो रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर जो मिहान में लगे है उसपर लोनकर ने कहा की मिहान में वर्ल्डक्लास इंफ्रास्ट्रक्चर है । सभी सुविधाओ से लैस है मिहान का इंफ्रास्ट्रक्चर। सरकार इंटरनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनीज और देश की इंटरनेशनल कंपनीज को आकर्षित करना चाहते थे । सरकार ने जो खर्च किया है उसका लाभ आनेवाले समय में मिहान को मिलेगा।

मिहान में विदर्भ के युवाओ को रोजगार मिलने की बात पर उन्होंने कहा की एसईझेड में सॉफ्टवेयर कंपनियों को हमने जो बढ़ावा दिया वह सही नहीं था । क्योंकि सॉफ्टवेयर कंपनियों में रोजगार के अवसर कम होते है । मैन्युफैक्चरिंग में जहां 100 लोगों को रोजगार मिलता है तो सॉफ्टवेयर कंपनियों में केवल 10 लोगों को रोजगार मिलता है । एसईझेड की जगह अगर यह मैन्युफैक्चरिंग एरिया होता तो यहाँ रोजगार बढ़ेगा। अगर सरकार निर्णय लेती है और नॉन एसईझेड एरिया बढ़ाती है तो निश्चित ही विदर्भ के युवाओ को रोजगार मिलेगा।

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