नागपुर: लड़कियों की सुरक्षा और नागपुर विद्यापीठ के बीकॉम थर्ड ईयर की फाइनांशियल एकाउंटिंग की परीक्षा में 60 मार्क्स का पेपर गलत होने की वजह से परेशान सभी विद्यार्थी और भाजपा ताकतों द्वारा बेटियों पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ एनएसयूआई के पधादिकारीयों और विद्यार्थियों ने विद्यापीठ मे जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान नागपुर जिला एनएसयूआई की ओक से लड़कियों की सुरक्षा को लेकर आत्मरक्षा करने का प्रशिक्षण दिया गया और साथ मे लड़कियां मुश्किल घड़ी में अपना बचाव किस तरह करे इसकी जानकारी एक्सपर्ट द्वारा दी गई.
आज सभी विद्यार्थी व एनएसयूआई के पदाधिकारीयों ने विद्यापीठ कुलगुचरु से मिलकर फाइनांशियल एकाउंटिंग और इनकम टैक्स एंड ऑडिटिंग में ऑउट ऑफ सिलेबस का प्रश्न पूछे जाने की जानकारी दी और फाइनांशियल एकाउंटिंग में प्रशन नंबर *C, 3-C* और *5-C* गलत होने की बात कही.
सभी विद्यार्थीयो ने कुलगुरु से मांग कि है कि दोबारा से परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए, गलत प्रश्न होने के बाद भी अगर विद्यार्थियों ने कोशिश कर लिखा है तो उस पर अंक (mark) मिलना चाहिए, 45 दिनों के अंदर परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाना चाहिए, सभी मुद्दों पर विद्यापीठ विद्यार्थी हित को ध्यान में निर्णय लिया जाना चाहिए.
जिस पर विद्यापीठ के कुलगुरु डा. सिद्धार्थ काणे ने सभी विद्यार्थियों की मांग को मानते हुए विद्यापीठ कमिटी प्र. कुलगुरु डा. प्रमोद येवले के मार्गदर्शन में गठीत कर सभी निर्णय लिए जाने की जानकारी दी.
इस आंदोलन में मुख्य रूप से ब्लैक बेल्ट तुषान्त भोयर, एनएसयूआई के पदाधिकारी अजित सिंह, आशीष मंडपे, अभिषेक सिंह, आमीर नूरी, नीलेश कोड़े, प्रतीक कोल्हे रोशन कुम्भलकर, शादाब सोफी, विनोद हज़ारे, अंकित वंजारी, पलाश वार्जुरकर, वैष्णवी भारद्वाज, दीपिका शिवरकर, मनीषा मलघाटी, भाविका कोम्बे, रुणाली लाड़के, प्रतिभा गयधने, नम्रता टेकाडे, सुमित ममिडवार, अक्षय चौधरी, शुभम महंत, अंकित शोरते, अंकित पाटिल, आकाश घाटे और सभी विद्यार्थी मौजूद थे.