Published On : Thu, Jan 10th, 2019

मनपा कर्मचारी करेंगे शुक्रवार को ‘मांग दिवस’ आंदोलन

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समन्वय समिति ने रखी प्रशासन के सामने विभिन्न बकायों के भुगतान की मांग

नागपुर: नागपुर मनपा के कर्मचारी,शिक्षक,सेवानिवृत्त कर्मचारी और एवजदार सफाई मजदूरों की ज्वलंत समस्याएं अनेक वर्षों से मनपा प्रशासन के समक्ष प्रलंबित है. अनेकों बार चर्चा-आंदोलन के बाद भी समस्या जस की तस है. इसके लिए प्रशासन ने समिति गठित की, लेकिन उसका परिणाम आज तक नहीं मिल पाया. पिछले ३ नवंबर को ४५ दिनों के भीतर निर्णय देने का आश्वासन दिया गया था.

इसके बाद फिर १५ दिनों की मोहलत मांगी गई थी, लेकिन निर्णय नहीं हो पाया. इसलिए आगामी शुक्रवार को मनपा मुख्यालय की हरियाली पर ‘मांग दिवस’ का आयोजन किये जाने की जानकारी नागपुर मनपा कर्मचारी-शिक्षक संगठन समन्वय समिति के नेतृत्वकर्ताओं ने दी है.

इस मामले को लेकर समन्वय समिति की बुधवार ९ जनवरी २०१९ को मनपा मुख्यालय में अहम बैठक हुई. जिसमें आंदोलन शुक्रवार की दोपहर २ बजे करने का तय किया गया.

इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए सुरेंद्र टिंगणे, राजेश गवरे, जम्मू आनंद, किशोर आकोजवार, सुदाम महाजन, रंजन नलोडे, ईश्वर मेश्राम, बालासाहेब बंसोड़, देवराव मांडवकर, प्रकाश चमके, प्रवीण तंत्रपाले, भीमराव मेश्राम, मोती जनवारे, राजेश हाथीबेड़, धनराज मेंढेकर, मलविंदर कौर लाम्बा, परवीन सिद्दीकी, गीता विष्णु, शीतल जांभुलकर आदि ने मनपा के कर्मचारी,शिक्षक,सेवानिवृत्त कर्मचारी और एवजदार सफाई मजदूरों को उपस्थित रहने की अपील की है.

समन्वय समिति की बैठक बाद समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मनपा आयुक्त को अपनी प्रलंबित मांगों का एक ज्ञापन सौंपा. इसके अनुसार मांग तुरंत पूर्ण नहीं होने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी गई. साथ ही मनपा में निजीकरण के तहत दी जा रही नागरी सुविधाओं को बंद कर मनपा को हो रहे आर्थिक नुकसान से बचाने की अपील भी समिति ने की.

कर्मचारियों की मांगें
– छठवें वेतन आयोग बकाया भुगतान
– महंगाई भत्ते का ८४ महीने का बकाया
– सातवें वेतन आयोग की सिफारिश शीघ्र लागू करें
– नए पद निर्माण कर ४००० सफाई कर्मियों को स्थाई करें
– श्रमिक कानून को लागू कर २४० दिन काम करने वाले ठेका कामगारों को स्थाई करने
– मनपा के मंजूर रिक्त पदों को जल्द भरने
– नागरिक सेवाओं के निजीकरण को बंद करने की मांग की गई.