Published On : Wed, Oct 30th, 2019

एलईडी लाइट के दावे बड़ी-बड़ी लेकिन स्टॉक नहीं

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– मनपा जोनल कनिष्ठ अभियंताओं की ढुलमुल नीतियों से प्रशासन के उद्देश्य पूर्ण नहीं हो रहे

नागपुर : नागपुर मनपा प्रशासन ने वर्त्तमान स्ट्रीट लाइट,कार्यालयों में लगे लाइटों को एलईडी लाइट में बदल कर मनपा के राजस्व व ऊर्जा बजट करेंगी।लेकिन इस सकारात्मक सोच को साकार करने में मनपा ज़ोन के विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता बाधक बने हुए हैं.आला अधिकारियों और पदाधिकारी,नगरसेवक,जनता-जनार्दन की मांग पर सीधा जवाब देते हैं कि स्टॉक नहीं,जब आएगा तो देखेंगे।

मनपा के ज़ोन के ‘जेई’ इतने घाघ हैं कि वे विभाग के आला अधिकारी या फिर पदाधिकारी के निर्देशों का पालन तो करते नहीं,बल्कि एकबार में कॉल तक उठाते नहीं।कई कॉल के बाद उठाए भी तो दिए गए निर्देशों को पूरा करने की तत्काल हामी भर अपना पल्ला झाड़ देते हैं.

मनपा ज़ोन के ‘जेई’ अक्सर नगरसेवकों के इर्द-गिर्द कोटेशन की फाइल मंजूर करवाने हेतु मस्के लगाते देखे गए.इसका फायदा यह होता हैं कि कोटेशन का पत्र के आधार पर अपने चहेते ठेकेदार को काम देकर मोटी-मोटी मलाई खाने का अवसर मिल जाता हैं.

जब किसी ठेकेदार द्वारा समय पर काम नहीं किया जाता तो शिकायतकर्ता या फिर जरूरतमंद सम्बंधित ज़ोन के ‘जेई’ से संपर्क करते हैं तो सम्बंधित ‘जेई’ ठेकेदार के पक्ष में खड़ा होकर सामने वलो को आश्वासन देकर अपना पल्ला झड़क लेता हैं.

मनपा ज़ोन के कई ‘जेई’ को अन्य ज़ोन का अतिरिक्त प्रभार होने से उनका ‘पांचों उंगली घी में और सर कढ़ाई में’ होने की चर्चा हैं.सही मायने में इनकी ही दीपावली देखने लायक थी.

उल्लेखनीय यह हैं कि मनपा प्रशासन ने शहरभर के सवा लाख नए/पुराने लाइट बदल कर उसकी जगह नए एलईडी लाइट लगाने की ख़म ठोक कर दावा किया था,जो आज लाइट की उपलब्धता न होने के कारण फेल हो गई.

विद्युत विभाग के इन जोनल ‘जेई’ की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए और समय रहते इनके कामों का अंकेक्षण नहीं किया गया तो जागरूक नागरिकों का एक शिष्टमंडल जल्द ही न्यायालय की शरण में जाएगा।