Published On : Wed, Oct 30th, 2019

डिम्ट्स मनपा परिवहन के लिए सरदर्द

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– परिवहन विभाग,सभापति,नगरसेवक,प्रशासकीय अधिकारों के निर्देशों को नियमित नज़रअंदाज कर रही

नागपुर : नागपुर महानगरपालिका प्रशासन ने शहर बस सेवा संचलन की जिम्मेदारी डिम्ट्स ( दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिस्ट सिस्टम लिमिटेड ) को दी.डिम्ट्स ने पहले माह से लेकर आजतक एक भी माह में मनपा प्रशासन के साथ किये गए करार के अनुरूप खरी उतरी और तो और डिम्ट्स का स्थानीय प्रबंधन परिवहन विभाग,सभापति,नगरसेवक,प्रशासकीय अधिकारों के निर्देशों को नियमित नज़रअंदाज कर रही.क्या मनपा प्रशासन डिम्ट्स के समक्ष नतमस्तक हो गई.

यात्री बढ़ाने का टार्गेट आजतक अधूरा
डिम्ट्स को डेढ़ लाख यात्री रोजाना आवाजाही का टार्गेट दिया गया था.लेकिन आजतक पूरा नहीं किया गया क्यूंकि डिम्ट्स में दूरदर्शी अधिकारियों का आभाव हैं.डिम्ट्स के सिस्टम में जो रूट ( मार्ग ) चिन्हित हैं,वे उसी मार्ग पर बसें दौड़ा रही हैं.वे यात्रियों को सुविधा-सेवा देने के बजाय खुद के सिस्टम पर आगे बढ़ने मामले को प्रधानता देते हैं.

शहर के ५० मार्ग ऐसे हैं जिन पर नाममात्र के यात्री बसों में आवाजाही करते दिखेंगे।इन मार्गो पर बड़ी-बड़ी बसें चलाई जा रही.ये बसें इतनी जर्जर/खटारा हो गई साथ ही आवाजाही के वक़्त काली धुआँ छोड़ आसपास के राहगीरों को प्रदुषण से सामना करवा रही.

डिम्ट्स के पास करार के अनुसार अनुभवी/चुस्त-दुरुस्त कर्मियों का आभाव हैं,नतीजा तुरंत का काम कई दिनों तक अटका रहता हैं.
अर्थात जिस उद्देश्य से मनपा प्रशासन ने डिम्ट्स की नियुक्ति की,वह तो पूरा नहीं हो रहा बल्कि मनपा को सिर्फ डिम्ट्स की वजह से मासिक आर्थिक नुकसान से सामना करना पड़ रहा.

यहाँ तक कि मनपा परिवहन विभाग,प्रशासकीय अधिकारी,परिवहन सभापति,परिवहन समिति सदस्य,नगरसेवक वर्गों के निर्देशों को डिम्ट्स का स्थानीय प्रबंधन सिरे से नज़रअंदाज कर उन्हें बौना साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा.

जहाँ फेरी बढ़ाने की मांग,वहां आनाकानी
उक्त पदाधिकारी,अधिकारियों के लिखित निर्देशों पर बस शुरू करने व फेरियां बढ़ाने का निर्देश दिया जाता,डिम्ट्स उसे टालमटोल करती देखी गई,वहीं दूसरी ओर अधिकारियों सह परिवहन विभाग को डिम्ट्स के आगे गिड़गिड़ाते देखा गया परन्तु डिम्ट्स के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा।
उल्लेखनीय यह हैं कि शहर की मांग अधूरी रख शहर सिमा के बाहर कई दर्जन बसें शुरू की गई.याने शहर के नागरिकों की सुविधा दरकिनार कर ग्रामीणों को सेवाएं देकर मनपा खजाने को डिम्ट्स खुलेआम चुना लगा रही.

चोरी पर अंकुश नहीं
परिवहन सेवा में डिम्ट्स की लापरवाही के कारण सभी प्रमुख मार्गो पर टिकट के पैसे चोरी करने-करवाने वाले सरगना सक्रिय हैं.अमूमन सभी प्रमुख मार्गो के बसों के टिकट काटने वाले कंडक्टर,चेकर आदि डिम्ट्स की लापरवाही के कारण सरगना के अधीनस्त सक्रिय हैं.सिर्फ रोजाना टिकट मामले में लाखों की चोरियां होने से मनपा खजाना को सेंध लग चूका हैं.

कब खड़ी हो जाए बस,पता नहीं
शहर में रोजाना कोई न कोई बस ख़राब होने की वजह से सड़क पर खड़ी दिख जाएँगी,ऐसे बसों में सफर करने वाले यात्रियों का नुकसान के सन्दर्भ में कोई चिंतन नहीं होता।क्यूंकि ख़राब होने वाली अधिकांश बस स्टैण्डर्ड बसें होती हैं,इनकी लम्बाई-चौड़ाई इतनी अधिक होती हैं कि खड़ी बस जबतक दुरुस्त नहीं होती आवाजाही के लिए परेशानी का शबब बन जाती हैं.

इसका एकमात्र इलाज यह हैं कि डिम्ट्स को बर्खास्त कर ऊर्जावान निजी क्षेत्र में बस संचलन करने वाली एजेंसी को नियुक्त कर परिवहन सेवा ‘नो प्रॉफिट,नो लॉस ‘ में लाया जाए.