Published On : Wed, Dec 11th, 2019

28 दिसंबर को पूरा होगा सदर फ्लाईओवर

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नागपुर: वर्षों के लंबे इंतजार के बाद नये साल के पहले सप्ताह में सदर फ्लाईओवर नागरिकों के यातायात के लिए शुरू किए जाने की तैयारी जोरों पर चल रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी स्वप्निल कासकर ने बताया कि मानकापुर और पुराना काटोल नाका चौक से एलआईसी चौक तक फ्लाईओवर का अधिकतर काम पूरा हो चुका है. बचा हुआ काम तीव्र गति से पूरा करने के लिए ठेकेदार को 28 दिसंबर का समय दिया गया है.

भले ही अधिकारी द्वारा दावा किया जा रहा है, लेकिन वास्तविक बचे हुए काम को देखते हुए जनता को इतने कम समय में फ्लाईओवर पूरा बनकर तैयार हो जाएगा, इसका भरोसा नहीं हो रहा है. फ्लाईओवर का काम पूरा होते ही नये साल के पहले सप्ताह में इस फ्लाईओवर को खोलकर जनता को न्यू ईयर का उपहार दिया जाएगा. 218 करोड़ की लागत से कुल 3.8 किमी का फ्लाईओवर निर्माण किया गया है.

जनता को नहीं भरोसा
पिछले कुछ दिनों में निर्माण कार्य में तेजी देखी जा रही है. लिबर्टी चौक पर गट्टू लगाए जा रहे हैं. वहीं इस दौरान यातायात बाधित न हो, इसलिए ट्राफिक पुलिस को तैनात किया जा रहा है. फ्लाईओवर के ऊपर सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है. यही तेजी पहले से ही दिखाई गई होती तो डेढ़ वर्ष में ही फ्लाईओवर बनकर तैयार हो गया होता. गौर करने की बात यह है कि भले ही प्रशासन ने निर्माण कार्य में तेजी ला ली है, लेकिन स्थानीय नागरिक इसे मानने से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि इसके पहले भी कुछ दिनों तक निर्माण कार्य में रफ्तार दिखाने के बाद काम फिर से कछुआ गति से होने लगता है.

यह कोहरा नहीं धूल का गुबार है
सदर निवासी निधी नायडू ने बताया कि इस निर्माण कार्य के चलते परिसर में इस प्रकार धूल उड़ रही है जैसे कि कोहरा फैला हुआ हो. निर्माण कार्य से उड़ते धूल के गुबार से परिसर के नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली की तरह यहां का भी प्रदूषण खराब किया जा रहा है. इतना ही नहीं, नागरिकों की समस्याओं को लेकर कोई भी नेता गंभीर कदम नहीं उठा रहे हैं. समय पर टैक्स का भुगतान करने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं के नाम पर प्रदूषण कर लोगों को बीमार किया जा रहा है. हाल ही में काम में गति आई है, लेकिन यह तेजी कब तक कायम रहेगी, यह कहना मुश्किल है.

सिरदर्द बना अतिक्रमण और पार्किंग
सदर निवासी शुभम सरजाने ने बताया कि फुटपाथ पर अतिक्रमण होने से लोगों को पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं मिलती. यही हाल कॉफी हाउस से गिट्टीखदान चौक मार्ग का है, जहां गैराजवालों ने आधे से ज्यादा सड़क पर कब्जा कर दूकान लगा ली है. कार्रवाई करने के बाद भी गैराज वालों ने सड़क पर फिर से कब्जा जमा लिया है. गाड़ियों की मरम्मत के लिए अतिक्रमणकर्ताओं ने आधी सड़क घेर ली है. इस मार्ग पर दोनों ओर यही समस्या बनी रहती है. गड्डीगोदाम चौक से इंदौरा चौक और सीताबर्डी तक मेट्रो के निर्माण कार्य के चलते पहले ही जाम की स्थिति से लोग परेशान रहते हैं. वहीं अतिक्रमण ने नागरिकों की परेशानी और बढ़ा दी है. परिसर में जहां देखो वहां निर्माण कार्य से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. धूल से क्षेत्र में अधिकतर नागरिकों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.