Published On : Fri, Mar 3rd, 2017

अभी पदग्रहण भी नहीं हुआ और कांग्रेस की नव-निर्वाचित नगरसेविका ने इस्तीफा दे दिया!

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  • कांग्रेस पार्टी की अन्तर्कलह उफान पर
  • सहयोगी नगरसेवक से मतभेद के चलते प्रभाग 10 से निर्वाचित गार्गी चोपड़ा ने पद छोड़ दिया

Gargi-Chopra
नागपुर:
 मनपा चुनाव के बाद राजनीतिक रूप से कमज़ोर हुई काँग्रेस को शुक्रवार को और एक झटका लगा। प्रभाग 10 से चुनकर आयी पार्टी की नगरसेविका गार्गी चोपड़ा ने अपने पद और पार्टी की औपचारिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। गार्गी मौजूदा नगरसेवक डॉ प्रशांत चोपड़ा की पत्नी हैं। खास बात है कि मनपा चुनाव में करारी हार का सामना करने वाली काँग्रेस ने प्रभाग 10 में क्लीन स्वीप कर चारों सीट जीती है। प्रभाग से चारों उम्मीदवारों में से गार्गी ने न केवल सबसे अधिक मत लिए बल्कि चार हज़ार से ज्यादा की लीड से चुनकर भी आयी। नागपुर टुडे से बात करते हुए गार्गी के पति डॉ प्रशांत चोपड़ा ने अपनी पत्नी के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए पारिवारिक कारणों से फैसला लेने की जानकारी दी। लेकिन इशारों में प्रभाग में अन्तर्कलह को भी जवाबदार बताया।

माना जा रहा है कि इस प्रभाग में मतदाताओं को आकर्षित करने वाला सबसे बड़ा चेहरा डॉक्टर चोपड़ा और उनके द्वारा पिछले कार्यकाल में किये गए स्वास्थ्य-स्वच्छ्ता संबंधी कार्य उल्लेखनीय थे। इस वजह से इस प्रभाग में भाजपा को करारी शिकस्त मिली थी। कहीं-न-कहीं चोपड़ा के कार्यों की वजह से पार्टी को यहाँ सफलता मिली। ख़बर है की प्रशांत चोपड़ा का प्रभाग में पार्टी पैनल से चुनकर आये नगरसवेक नितीश ग्वालवंशी से मतभेद चल रहा है जिस वजह से उन्होंने यह फैसला लिया। वही दूसरी तरफ़ नितीश ग्वालवंशी ने ही नागपुर टुडे से बात करते हुए चोपड़ा से किसी भी तरह के मनभेद और मतभेद से इनकार करते हुए उन्हें न सिर्फ अपने बड़े भाई जैसा बताया बल्कि उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही।

हालही में चुनकर आये जनप्रतिनिधि द्वारा इस्तीफ़ा देने से काँग्रेस पार्टी और नेताओं के बीच की अन्तर्कलह फिर एक बार सामने आयी है। मनपा चुनाव में पार्टी के मौजूदा स्थिति के लिए नेताओं के बीच की रस्साकसी ही सबसे ज्यादा जिम्मेदार थी।

चोपड़ा के अनुसार उन्होंने पार्टी को, मनपा आयुक्त और निगम सचिव को पोस्ट के माध्यम से इस्तीफा प्रेषित किया है। लेकिन खबर लिखे जाने तक मनपा प्रशासन ने इस्तीफे की सिफारिश पर तक कोई कार्यवाई नहीं की है।

प्रशांत चोपड़ा के करीबियों के अनुसार उनकी सोच थी कि उनके वजह से कांग्रेस को पश्चिम नागपुर में इतनी बड़ी सफलता मिली। कांग्रेस सिर्फ प्रभाग 10 में ही सभी सीट जीत पाई। इसके बावजूद कांग्रेस में उन्हें उम्मीद के अनुरूप महत्त्व नहीं मिल रहा था, न ही उनकी सलाह ली जा रही थी, जिससे दुखी होकर उन्होंने अपनी पत्नी व प्रभाग 10 की नवनिर्वाचित नगरसेविका गार्गी चोपड़ा को इस्तीफा देने को कहा।