Published On : Fri, Dec 8th, 2017

कांग्रेस के ईशारे पर ऐन गुजरात चुनाव से पहले नाना पटोले ने दिया इस्तीफ़ा – बीजेपी

MLA Sudhakar Deshmukh
नागपुर: लोकसभा से इस्तीफ़ा दे चुके नाना पटोले की टाईमिंग पर बीजेपी ने सवाल उठाया है। पार्टी उपाध्यक्ष और विधायक सुधाकर देशमुख ने कांग्रेस के कहने पर उनके द्वारा इस्तीफ़ा दिए जाने का संदेह व्यक्त किया। शुक्रवार को पत्र परिषद में देशमुख ने कहाँ की कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री पर जिस तरह की टिपण्णी की उससे गुजरात चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रतिकूल स्थिति पैदा हो सकती थी। चुनाव में नुकसान से बचने लिए कांग्रेस ने इसी समय इस्तीफ़ा देने को कहाँ पटोले सतत कांग्रेस के संपर्क में थे इसलिए आज इस्तीफ़ा दे दिया। इस्तीफ़ा देने से पहले और बाद में वो कांग्रेस के नेताओं से मिले जिससे यह संदेह पुख़्ता होता है। बीजेपी के 282 लोकसभा सांसद और 1500 से ज्यादा विधायक है ऐसे में अगर कोई एक व्यक्ति अपना इस्तीफ़ा देता भी है तो उससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। पटोले भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट से सांसद थे। वहाँ पार्टी से चुनकर आए जनप्रतिनधियों से बात हुई है एक भी व्यक्ति पटोले के साथ नहीं है।

जब-जब नाना नाराज़ हुए उनके मुद्दों पर खुद सीएम ने उनसे बात की
किसानों के साथ ही अन्य मुद्दों को लेकर नाना पटोले काफ़ी दिनों से अपनी ही पार्टी से नाराज़ चल रहे थे। उनके द्वारा बाकायदा खुले मंच से पार्टी नेतृत्व की मुखालपत की गयी बावजूद इसके पार्टी ने और खुद मुख्यमंत्री ने हर बार उनसे बात की और उनकी समस्याओं का समाधान किया। उन्हें पार्टी ने सब दिया लेकिन वह की समाधानी नहीं हुए। नाना पटोले ने किसानों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप सरकार पर लगाया है जो सरासर गलत है। इतिहास में किसी सरकार ने किसानों का उतना कर्ज माफ़ नहीं किया जितना बीते तीन वर्षो में हुआ है। देश और राज्य के हर चुनाव में बीजेपी लगातार जीत दर्ज कर रही है जो दर्शाता है की जनता हमारे कामों से ख़ुश है। बीते वर्ष राज्य की जीडीपी दर 8.5 फ़ीसदी पर पहुँची जो भाजपा के विकास के दावे को सही ठहरता है।

सही समय पर मुन्ना यादव पर हो कार्रवाई, फ़रार को खोजना प्रशाषन का काम
नाना पटोले को लेकर बीजेपी द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी उपाध्यक्ष उन पर जमकर बरसे लेकिन मुख्यमंत्री के क़रीबी पार्टी के ही नेता मुन्ना यादव को लेकर किये गए सवाल का जवाब गोलमोल ही दिया। मुन्ना यादव की आपराधिक संलिप्तता के कारण पार्टी की छवि भले ही धूमिल हो रही हो लेकिन पार्टी द्वारा उन पर फ़िलहाल किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं किये जाने का संकेत देशमुख ने दिया। उन्होंने कहाँ समय आने पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन कोई फ़रार है तो उसको ख़ोजने का पार्टी का नहीं पुलिस और प्रशाषन का है।

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