नागपुर– विधानसभा शीतसत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। इस दौरान विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों तरफ से आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। इस समय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जामिया यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के साथ मारपीट का उन्होंने विरोध किया।
इस दौरान उन्होंने कहा की जिस तरह कंपाउंड में घुसकर विद्यार्थियों पर गोलीबार किया है। जैसे की जलियांवाला बाग़ बना रहे है. उसी तरह का वातावरण देश में निर्माण किया जा रहा है। डर का माहौल देश में और सभी युवाओ में बना रहे है। उन्होंने कहा कि जिस देश में यूवा बिगड़ता है, वह देश नहीं रहता।
इसलिए केंद्र सरकार युवको को न भूले, युवा देश की ताकत है। युवा बॉम्ब है, उसको आग लगाने की कोशिश न करे केंद्र सरकार। राज्य में शांति है। किसानों से जो वादा किया है वह मैं निभाउंगा। लेकिन हमने सरकार को करने लगाया ऐसा विरोधी पार्टी की ओर से न कहा जाए। उन्होंने विपक्ष को कहा कि अगर आपको कोई प्रश्न पूछने है तो हंगामा करके प्रश्न नहीं किए जा सकते। हमारे उत्तर न सुनते हुए जो किया जा रहा है वह जनता देख रही है।
सरकार बदलने के बाद जो लोगों में आनंद, आशा, अपेक्षा पैदा हुई है, इसमें संभ्रम फैलाने की कोशिश कितनी भी विरोधी पार्टी ने की तो वे सफल नहीं होंगे।
उन्होंने आगे कहा की गोर गरीबो के हितों की रक्षा करने का काम है मेरा यह मै मानता हु। उन्होंने दोनों पक्षों से कहा की ऐसा बर्ताव न करे जिससे की इसका नाम खराब हो. लोगों की समस्या रखे उसपर जवाब ले। इनका मानना है की हम ही हमदर्द है और सत्ताधारी पार्टियों को कुछ भी नहीं पड़ी है। यह काफी चिन्ताजनक है। ठाकरे ने कहा की किसानों की मांग को लेकर वे खुद सड़क पर उतर चुके है। प्रधांनमंत्री फसल बिमा योजना का घोटाला, किसान सन्मान योजना घोटाला, नुक्सान भरपाई यह वचन देकर हम सत्ता में आए है। यह लोगों को पता चल चूका है। दिए गए वचन पालनेवाले हम लोग है।