Published On : Thu, Sep 6th, 2018

होस्टल के रूम छोड़ें छात्र, नहीं तो रोक ली जाएगी डिग्री

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Nagpur University

नागपुर: आरटीएम नागपुर विवि के होस्टल में कालावधि समाप्त होने के बाद भी रहने वाले कुछ छात्र 6 कमरों को ताला लगाकर बाहर चले गये हैं. विवि ने छात्रों से यथाशीघ्र कमरे खाली करने का आदेश दिया है. यदि छात्रों ने आदेश का पालन नहीं किया तो उनकी डिग्री रोक दी जाएगी. साथ ही छात्रों के खिलाफ पुलिस से शिकायत किए जाने की जानकारी उपकुलपति प्रा. सिद्धार्थविनायक काणे ने दी.

विवि प्रशासन ने होस्टल में रहने वाले 119 छात्रों को 15 जुलाई तक होस्टल खाली करने के निर्देश दिए थे. लेकिन निर्धारित समयावधि के बाद भी छात्रों ने होस्टल खाली नहीं किए. बिना अनुमति के रहते हुए छात्रों ने कमरों को ताला भी लगा दिया. पिछले दिनों छात्रों ने उन्हें होस्टल में ही रहने देने की मांग को लेकर आंदोलन किया. इस आंदोलन में कुछ छात्र संगठन भी कूदे. कैम्पस के गेट पर आंदोलन कर छात्रों-प्राध्यापकों को प्रवेश करने के रोक दिया था.

आंदोलन के माध्यम से बनाया दबाव
छात्रों का कहना था कि नये छात्रों को प्रवेश अवश्य दें, लेकिन उन्हें बाहर न निकाला जाए. आर्थिक स्थिति को देखते हुए मानवीय भावना से विचार कर होस्टल में रहने देने की मांग की थी, जबकि विवि के नियमानुसार एक छात्र एक डिग्री पूरी करने तक ही होस्टल में रह सकता है.

इसके बाद उसे कमरा खाली कराना पड़ता है. पुराने छात्रों के जाने के बाद नये छात्रों को कमरों में रहने का अवसर दिया जाता है. यही वजह थी कि छात्रों के दो बार किए गए आंदोलन के बाद भी उपकुलपति ने स्पष्ट कर दिया था कि पुराने छात्रों को होस्टल खाली करना ही होगा. विवि की सख्ती के बाद छात्रों को लग गया था कि उन्हें होस्टल खाली करना ही होगा. लेकिन इस बीच छात्रों ने कमरों को ताला लगाकर गायब हो गये.

तोड़े जाएंगे कमरों के ताले
दरअसल विवि के होस्टल में सीनियर छात्रों का एक तरह से वर्चस्व बना हुआ है. डिग्री पूरी होने के बाद भी कई छात्र रहते हैं. इतना ही नहीं अपनी धौंस जमाते हुए कई छात्र तो अन्य जगह जॉब करते हुए भी होस्टल के कमरों में कब्जा जमाए हुए हैं. यही वजह है कि विवि ने इस बार सख्त रवैया अपनाया है. उपकुलपति ने स्पष्ट कर दिया कि यदि छात्रों ने कमरों के ताले नहीं खोले तो पुलिस से शिकायत कर ताले खोले जाएंगे. वहीं छात्रों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. इतना ही नहीं, अनुशासनहीन छात्रों की डिग्रियां भी रोक दी जाएंगी.