नागपुर: मुंबई विश्वविद्यालय के कॉमर्स पाठ्यक्रम की 2 लाख उत्तरपत्रिकाएँ जांचने के लिए राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने मदद करने का समझौता किया था. जुलाई महीने की 24 तारीख से उत्तरपत्रिकाएँ जांचने का कार्य धनवटे नेशनल कॉलेज और शिवाजी साइंस कॉलेज में चल रहा है. अभी एक महीने के करीब होने जा रहा है. लेकिन अब तक केवल 10 हजार उत्तरपत्रिकाएँ ही जांचे जाने की जानकारी सामने आयी है. धीमी गति से उत्तरपत्रिकाएँ जांचने के कारण के बारे में पिछली बार मुंबई विश्वविद्यालय का सर्वर डाउन होने की बात बतायी गई थी. जिसके कारण एक उत्तरपत्रिका को जांचने के लिए करीब आधे घंटे का समय लगता है. ऐसी जानकारी नागपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन के विभाग नियंत्रक नीरज खटी ने दी थी.
हालांकि नागपुर के अलावा अन्य शहरों में भी उत्तरपत्रिकाएँ जांचने की जानकारी भी दी गई थी. पहले मूल्यांकन के लिए 250 प्राध्यापकों को लगाया गया था. लेकिन अब यहां केवल 10 से 15 प्राध्यापक ही उत्तरपत्रिकाओ को जांचने का कार्य कर रहे है. समन्यवय समिति के अध्यक्ष डॉ.बबनराव तायवाड़े ने जानकारी देते हुए बताया की उत्तरपत्रिकाओ का मूल्यांकन और भी शहरो में चल रहा है. इस काम के लिए अभी 10 से 15 प्राध्यापक अपनी सेवाएं दे रहे है और अब तक करीब दस हजार उत्तरपत्रिकाओ का मूल्यांकन किया जा चूका है. कब तक यह मूल्यांकन पूरा होगा इसके बारे में उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात बताई.