Published On : Thu, Jun 21st, 2018

नागपुर एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध, इनवैलिड वीसा लेकर यात्री पंहुचा शारजाह

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नागपुर : एयर अरेबिया की गलती और नागपुर एयरपोर्ट के इमिग्रेशन सेंटर द्वारा वीसा को लापरवाही से जांचने के कारण नागपुर के जाफर नगर में रहनेवाले युसूफ अली को शारजाह में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लापरवाही की हद तो तब हो गई जब नागपुर एयरपोर्ट पर सभी ने बोर्डिंग पास ओके कर दिया और पासपोर्ट पर ठप्पा भी लगा दिया.

लेकिन शारजाह के एयरपोर्ट के इमिग्रेशन सेंटर ने अली को पकड़ लिया और बताया कि उनका वीसा इनवैलिड हो चुका है. इमीग्रेशन सेंटर ने अली को बताया कि वे 2017 के वीसा पर यहां आए हैं. जिसके बाद अली ने उनके भाई, जो वहीं रहते हैं उनसे संपर्क किया और पूरी जानकारी उन्हें दी. जिसके बाद वे आये और उन्होंने 770 दिरहम भरे और उन्हें टूरिस्ट वीसा दिलवाया, और उन्हें वहां से लेकर गए. लेकिन इसके लिए पीड़ित अली को एयरपोर्ट पर ही पांच से छह घंटों तक रहना पड़ा.

जिसके कारण उन्हें भारी मानसिक प्रताड़ना हुई. अली ने इसके लिए एयर अरेबिया को 18,000 हजार रुपए दिए थे. वीसा चार्ज के 5,000 हजार रुपए भी दिए थे. अली फिलहाल नागपुर में है और उन्होंने इस बारे में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि एयर अरेबिया ने पैसे लिए लेकिन वीसा पिछले वर्ष का दे दिया. इसमें कंपनी ने बड़ी लापरवाही की है. इस पुरे मामले में नागपुर के इमिग्रेशन सेंटर ने भी भारी लापरवाही की है और उसके बाद बोर्डिंग पास ने भी गलती की है. उन्होंने बताया कि अगर उनके भाई वहां नहीं होते तो उन्हें बिना किसी गलती के जेल जाना पड़ा होता.

अली ने मांग की है कि उनसे जो वीसा चार्ज लिया गया है वह उन्हें वापस किया जाए और उनके साथ जो हुआ है वह किसी दूसरे के साथ न हो इसके लिए एयर अरेबिया कंपनी पर भी कार्रवाई की मांग उन्होंने की है. उनका कहना है कि अगर नागपुर एयरपोर्ट पर उन्हें वीसा की जानकारी दी गई होती तो वे कुछ दिन लेट गए होते.

इस पूरे मामले में एयर अरेबिया का पक्ष जानने के लिए एयर अरेबिया नागपुर के मैनेजर हरदयाल सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वे इस मामले से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हैं. उन्होंने पीआरओ से संपर्क करने और उनको इस बारे में जानकारी देने की बात कही. उसके बाद मुंबई के एयर अरेबिया से फ़ोन आया. जिसमें बताया गया कि इस मामले पर जानकारी देनेवाले अधिकारी खुद शारजाह में होने की वजह से आप ई – मेल द्वारा अपने प्रश्न भेजिए. लेकिन इसके जवाब कब तक मिलेंगे. इस बारे में मुंबई से कोई जवाब नहीं मिला.

इस बारे में एंटी अडल्ट्रेशन कंज्यूमर सोसाइटी के चेयरमैन मोहम्मद शाहिद शरीफ ने इसे एयर अरेबिया की गंभीर लापरवाही बताया है और देश की सुरक्षा के मद्देनजर भी इसे एक तरह से अपराध बताया है. शरीफ का कहना है कि एयर अरेबिया की गलती के कारण इनवैलिड वीसा के सहारे एक व्यक्ति शारजाह पहुंच गया. अगर उस व्यक्ति का भाई वहां नहीं होता तो उन्हें वहां उसे जेल हो सकती थी. तब क्या एयर अरेबिया उन्हें वहां छुड़ाने जाता.

शरीफ का कहना है कि एयरपोर्ट पर एयर अरेबिया के कर्मचारी अधिकारी भी मौजूद होते हैं. उन्होंने भी इस मामले में लापरवाही बरती है. शरीफ ने मांग की है कि उस व्यक्ति को जो मानसिक परेशानी हुई है उसके लिए उन्हें भुगतान किया जाए और एयर अरेबिया का लाइसेंस कैंसिल किया जाए.

साथ ही इसके इंटरनल अफेयर्स ने भी इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योकि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और इसमें कम्पनी ने भारी लापरवाही की है.