नागपुर टुडे.
नई दिल्ली: भारतीय जानता पार्टी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा अपने बयानों से लगातार देश के मुस्लिम समुदाय को भाजपा विरोधी करार देने की कोशिश कर रहे हैं, उनके बयानों से देश की राजनीति में बवाल उत्पन्न हो गया है. उनके बयानों को समुदाय विशेष पर राजनीतिक दबाव बनाने की साजिश के तौर पर भी देखा जा रहा है.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश सिंह वर्मा ने बागपत में एक चुनावी रैली में कहा था कि मुस्लिम समुदाय इसलिए भाजपा को वोट नहीं देता क्योंकि भाजपा एक राष्ट्रभक्त पार्टी है. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा से दूर रहकर मुस्लिम समुदाय यह साबित करता है कि उसे देश के विकास में सहभागी नहीं होना है.
रैली में प्रवेश सिंह ने यह भी कहा कि भाजपा को न तो इस देश के मुस्लिम समुदाय ने कभी वोट दिया है और न ही देने वाले हैं. उन्होंने हर आतंकवादी के मुसलमान होने की बात भी कही साथ ही यह भी कहा कि भाजपा राम मंदिर जरूर बनाएगी.
रैली के बाद पत्रकारों द्वारा यह पूछने जाने पर कि मुस्लिम समुदाय द्वारा भाजपा को वोट क्यों नहीं देता, प्रवेश सिंह वर्मा ने जवाब दिया कि इसका मुख्य कारण है भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अच्छे नहीं होना. साथ ही आरोप लगाया कि मुस्लिम आतंकवादियों को अस्त्र-शस्त्र के लिए पाकिस्तान से धन मिलता है.
कांग्रेस ने उनकी टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा है कि कोई भी सरकार किसी खास समुदाय के लिए विकास योजनाएं नहीं लाती है, जो भी योजनाएं सरकारें लागू करती हैं, उससे सभी लाभान्वित होते हैं अतः यह कहना कि मुस्लिम विकास में सहभागी नहीं होना चाहते सरासर द्वेषपूर्ण बयान है.
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने इन टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा कि उ.प्र. के चुनावों में यह लोगों को साम्प्रदायिक रूप से बांटने का भाजपा की एजेंडा है. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने का चाहे जो भी मकसद हो, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. क्योंकि भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है और हम सभी धर्मों का समान रूप से आदर करते हैं. हमारे देश के प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म को मानने का मौलिक अधिकार है और हमें हर हाल में समाज में शांति, समरसता और एकता बनाए रखना है.