नागपुर: राज्य के िलए गौरव करने लायक अंतराष्ट्रीय स्तर का शिवाजी महाराज का स्मारक निर्माण का भूमि व जलपूजन कार्यक्रम 24 दिससंबर को मुंबई स्थित अरब सागर में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका भूमि पूजन होगा। 210 मीटर उंचा यह स्मारक दुनिया में सबसे ऊंचा होगा जिसके प्रथण चरण में 2300 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस कार्यक्रम में शामिल होने हेतू उपराजधानी की जनता से अपील की है। यह जानकारी पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने पत्रपरिषद के माध्यम से मंगलवार को दी। उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे उंचा स्मारक होने का गौरव मुंबई के शिवाजी स्मारक को जाएगा। इससे छत्रपति के जीवन मूल्यों का प्रभाव युवाओं को भी राष्ट्रभक्ति व राष्ट्रवाद की भावनाओं की ओर आकर्षित करेगा।
उन्होंने बताया कि पिछली सरकार ने इस परियोजना की संकल्पना की थी। लेकिन निधि की कमी के कारण यह साकार नहीं हो सका था लेकिन अब फडणवीस सरकार ने इस परियोजना को साकार करने के िलए कदम आगे बढ़ाया है। इस परियोजना के िलए विभिन्न विभागों से 20 प्रकार के क्लियरेंस (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्राप्त किए हैं। इसके िलए 11 अप्रैल 2016 को ही परियोजना व्यवस्थापन सलाहकार समिति गठित कर दी गई थी। जिसके बाद यहव परियोजना मंजूर की गई है। अंतरराष्ट्रीय दर्जे के इस स्मारक में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को 192 मीटर उंची बनाने के िलए मान्यता प्राप्त थी, अब इसकी उंचाई 210 मीटर करने के िलए पर्यावरण विभाग से अनुमति के िलए प्रस्ताव पेश किया गया है। इस स्मारक में कला दालान, प्रदर्शन गैलरी, छत्रपति के चित्रों पर आधारित पुस्तकों से लैस वाचनालय, प्रेक्षक गैलरी, उद्यान, हेलीपैड आदि की विशेष व्यवस्था उपल्बध कराई जाएगी। इसकी निविदाएं मंगाई गई हैं जिन्हें 30 जनवरी तक स्विकृत किया जाएगा। काम शुरू हो जाने के 36 माह के भीतर परियोजना साकार कर लेने का दावा सरकार की ओर से किया गया है।
इस विशेष कार्यक्रम में सम्मलित होने के िलए यातायात की विशेष इंतेजाम