ऑटो चालक की सूझबूझ और पुलिस की सतर्कता कारगर रही
गोंदिया: 1 साल का नन्हा बालक खेल- खेल में अपने घर की गली से निकलकर मुख्य सड़क पर आ गया और अनजान रास्तों पर वाहनों का भारी ट्रैफिक देख भयभीत हो उठा , सड़क से गुजरते वाहनों के हॉर्न का तेज शोर सुनकर वह खुद का बचाव करने के लिए इधर से उधर बदहवास रोते हुए भागने लगा , इसी बीच एक ऑटो चालक की नजर उस मासूम बच्चे पर गई और उसने मानवता का कर्तव्य निभाया जिससे सकुशल बालक अब माता पिता की गोद में है ।
1 साल के बच्चे को लेकर ऑटो चालक थाने पहुंचा
वाक्या कुछ यूं है कि, २० फरवरी के शाम ५.४० बजे मनीष सोविंदा डोंगरे (२६ रा. दासगांव खुर्द) नामक ऑटो रिक्शा चालक यह अपने ऑटो (क्र. एमएच ३५/२९८६) पर सवार होकर बालाघाट टी पाइंट से बायपास रिंगरोड होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय की ओर जा रहा था इसी दौरान रेलवे ब्रिज के समीप रिंग रोड पर उसे 1 वर्ष का बालक जोर-जोर से रोते हुए दिखायी दिया, जिसपर उसने मानवता का परिचय देते हुए बालक को उठाया और आस-पास के लोगों से बालक के संदर्भ में पूछताछ की लेकिन उसके माता-पिता व घर का कुछ पता नहीं चला लिहाजा ऑटो चालक यह बच्चे को लेकर ग्रामीण पुलिस स्टेशन पहुंचा।
पुलिस ने बस्तियों में अनाउंसमेंट का पोंगा फूंका
अब एक वर्ष का मासूम बालक न तो अपना नाम बता सकता था और ना ही घर का पता.. सो पुलिस के सामने उसके माता-पिता को खोजना एक चुनौती थी। जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी जगदीश पांडे से मिले निर्देश के बाद सपोनि प्रदीप अतुलकर, अभिजीत भुजबल, पोउपनि रोहिदास भोर, पो.ह. मिलकीराम पटले, रूपेश कटरे, मपोसि प्रमिला ताराम, चालक घनश्याम कुंभलवार आदि की टीम ऑटो चालक के साथ बालक के माता-पिता का पता करने हेतु रवाना हुई और जहां बालक मिला था उसके निकट की बस्तियों में पुलिस गाड़ी के मेगा फोन द्वारा बच्चे के संदर्भ में एनाऊंस किया गया। सूचना सुनकर कुछ नागरिक जमा हो गए और बालक को देखकर उसकी पहचान राजेश माने (रा. सांईनगर मरारटोली) के बेटे के रूप में की ।
गुमशुदा बच्चे को पाकर माता-पिता की आंखें छलकी
आखिरकार पुलिस टीम गुमशुदा बच्चे को लेकर उसके घर के एड्रेस तक पहुंची और बालक को देखते ही उसके माता-पिता व परिजनों ने यह हमारा बच्चा है योगांश , कहकर बालक की पहचान करते ही, उसे गले लगाया और दंपत्ति की आंखें छलक पड़ी जिसके बाद पुलिस टीम ने बच्चे को उसकी मां सौ. माधुरी राजेश माने के सुपुर्द किया। इस तरह ऑटो चालक की सुझबुझ व पुलिस की सतर्कता से २० मीनट के भीतर बालक के घर का पत्ता करते हुए एक वर्ष के मासूम योगांश उर्फ कान्हा राजेश माने को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया ।
रवि आर्य