नागपुर: जिले में चर्चित व्यापारिक घराना तो भाजपा के एक मंत्री के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे, आज अचानक कामठी नगर परिषद् अन्तर्गत कुछ ठेके हासिल करने के लिए एक-दूसरे की जमकर खिलाफत कर रहे है. समय रहते इस दरार को पाटा नहीं गया तो मंत्री के दोनों विश्वासपात्रों के मध्य भिड़ंत का मुद्दा आगामी नगर परिषद् चुनाव में उछाल कर विपक्ष लाभ उठा सकती है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार कामठी नगरपरिषद क्षेत्र अन्तर्गत जिले की सार्वजानिक बांधकाम विभाग ने टेंडर जारी किया।इस मुद्दे पर कामठी नगर परिषद् और सार्वजानिक बांधकाम विभाग में तनातनी चल रही है. यह टेंडर सीमेंट सड़क निर्माण से सम्बंधित है, जिसको पाने के लिए मंत्री के दाये हाथ अज्जु विजयवर्गीस बंधू और बाएँ हाथ अज्जु अग्रवाल ने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर मुम्बई के किसी ठक्कर नामक कंपनी के नाम पर उक्त ठेके में स्पर्धा हुई. इस स्पर्धा में ” फर्स्ट लोएस्ट” रहे अज्जु विजयवर्गीस को ठेका मिला। यह ठेका १६ से २२% कम में गया है. यह सीमेंट सड़क १५ करोड़ के आसपास निधि से बनेगी।इसका निर्माण कार्य कामठी से ड्रैगन पैलेस की ओर जाने वाले मांग पर रेलवे पुलिया से लेकर ड्रैगन पैलेस तक होंगा।
जबकि नियमानुसार कामठी नगर परिषद् क्षेत्र अन्तर्गत सार्वजानिक बांधकाम विभाग ने ठेके जारी करने के पहले कामठी नगर परिषद् में उक्त विषय संबंधी प्रस्ताव लाकर उसे मंजूरी प्राप्त करनी चाहिए थी.
उल्लेखनीय यह है कि अज्जु विजयवर्गीस ने अज्जु अग्रवाल सहयोगियों की ठक्कर नामक कंपनी से सीमेंट सड़क का ठेका हासिल करने में सफलता पाई तो अज्जु अग्रवाल ने अज्जु विजयवर्गीस को अड़चन पैदा करने के लिए अपने खास सिपाहसलाहकार मनोज शर्मा को टेंडर दिया है, शर्मा ऐसे टेंडर को सफल अंजाम देने के लिए किसी भी स्तर तक जाकर मुकाम हासिल कर लेने में माहिर है.
अब देखना यह है कि मंत्री की अबतक की चुप्पी से उनके दोनों खासमखास क्या गुल खिलाते है.
– राजीव रंजन कुशवाहा