दो साल बाद नागपुर की सड़कों पर फिर गूंजेगा हरे कृष्ण महामंत्र
अंतराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के स्थानीय केंद्र श्री श्री राधागोपिनाथ मंदिर गेट न.2 एम्प्रेस मॉल के पीछे, गांधी सागर नागपुर द्वारा इस्कॉन संस्थापकाचार्य ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद के प्रिय शिष्य श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज के सानिध्य में जगन्नाथ रथ यात्रा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस्कॉन नागपुर के अध्यक्ष सच्चिदानंद प्रभु के निर्देशन पर रथयात्रा की तैयारियों की एक बैठक इस्कॉन मंदिर प्रांगण में आयोजित की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता इस्कॉन विदर्भ रीजन के ज़ोनल सुपरवाइजर हर्ष मूर्ती उर्फ हरि कीर्तन दास ने की। मुख्य अतिथि रहे विश्व हिन्दू परिषद् नागपुर के पदाधिकारी श्री पुरुषोत्तम रंगलानी एवं विशेष अतिथि श्री प्रेम सामनानी एवं श्री अमित जोतवानी।
इस्कॉन नागपुर प्रबंध समिति के प्रवीण साहनी उर्फ परामकरुणा दास ने अतिथियों का परिचय देने के साथ माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्रबंध समिति के विशाल दास ने बताया कि कोरोना काल में दो साल तक भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकली, लेकिन इस बार यह भव्य होगी । जगन्नाथ जी के रथ ताल ध्वज का निर्माण शुरू हो चुका है। यह चार रंगों हरा, काला, लाल और पीला के साथ ही विशेष साज-सज्जा में होगा।
विशालप्रभु ने यह भी बताया कि रथयात्रा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। प्रभु जगन्नाथ जी के भक्त दो वर्ष इस आनंद और भक्तिरस से वंचित रहे तो वे उत्साहित हैं। इस बार भगवान जगन्नााथ, बहन सुभद्रा व बलदाऊ के साथ नए रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। यात्रा को लेकर मंदिर में तैयारी शुरू हो गई। भगवान के लिए नया रथ बनवाया जा रहा है। साथ ही रथयात्रा में इस्कॉन संस्थापकाचार्य श्रील प्रभुपाद के शिष्य परमपूज्य लोकनाथ स्वामी महाराज भी उपस्थित रहेंगे।
मुख्य अतिथि पुरुषोत्तम रंगलानी ने कहा कि इस रथयात्रा के माध्यम से हमें सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने का सुअवसर प्राप्त हुवा हैं.अंत मे कार्यक्रम के अध्यक्ष हरिकीर्तन दास ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जगन्नाथ लीला का वर्णन करते हुये बताया कि जगन्नाथ जी कलयुग के भगवान हैं। पतितों का उद्धार करने के लिए प्रभु प्रकट हुए हैं।
इस्कॉन नागपुर के प्रवक्ता डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि जगन्नाथ रथयात्रा 5 जुलाई को दोपहर १२ बजे पोद्दारेश्वर राम मंदिर से प्रारम्भ होगी तथा अग्रसेन चौक, लाल इमली चौक, तांगा स्टैंड, गाँधी पुतला चौक, बच्छराज व्यास चौक, गाँधी गेट, तिलक पुतला थाड़ेश्वरी मंदिर होते हुए गीता मंदिर कॉटन मार्किट में रथयात्रा का समापन होगा. पूरे रास्ते भक्तगण हरे कृष्ण महामंत्र “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे” का कीर्तन करते, नाचते गाते झूमते चलेंगे।
इस्कॉन नागपुर अध्यक्ष सच्चिदानंद प्रभु एवं उपाध्यक्ष वृजेन्द्र तनय दास ने समस्त नगरवासियों से इस भव्य रथयात्रा में सम्मलित हो भगवान जगन्नाथ की कृपा प्राप्त करने का आवाहन किया हैं. जगन्नाथ रथयात्रा एक ऐसा पर्व है जिसमें भगवान जगन्नाथ चलकर अपने भक्तों के बीच आते हैं और उनके दुख-सुख में सहभागी होते हैं। इसका महत्व शास्त्रों और पुराणों में भी बताया गया है। स्कंद पुराण में स्पष्ट कहा गया है कि जो भी व्यक्ति रथयात्रा में सामिल होता है वह जीवन-मरण के चक्र से मुक्त होजाता है।
इस कार्यक्रम के सफलतार्थ नित्यानंद चैतन्य प्रभु, कल्पतरु प्रभु सुदामा प्रभु, वेणुगोपाल प्रभु, साधनाभक्ति माताजी, संजय गुप्ता उर्फ सचितनय गौर दास, अमयआत्मा प्रभु, पुरुषोत्तम ठाकुर प्रभु, करपंकज प्रभु, रघुपति शरण प्रभु, राजेश रैकवार, योगेश तितरमारे, अशांक प्रभु, अक्षय प्रभु, कुणाल प्रभु, जिग्नेश। प्रभु, प्रथमेश प्रभु, शुभम प्रभु आदि भक्तगण प्रयासरत है।