आशीर्वाद देने की जगह लोगों ने वन्देमातरम का जयघोष किया
धाड के मोहिते और खेडेकर परिवार का आदर्श उपक्रम
बुलढाणा। अनेक वर्षो से चलते आ रहे रीती रिवाज को बदलकर लग्न पत्रीका, बँन्ड बाजा, वैदिक मंत्र, दहेज़ जैसे रिवाज न करते हुए साधे तरीके से मोहिते और खेडेकर परिवार ने अपने बेटे-बेटी की शादी की. संविधान पढ़कर और वन्दे मातरम के जयघोष से शादी संपन्न हुई. शादी के बंधन में बंधने से पहले नव दंपति ने रक्तदान और विकलांगों को सायकल, छड़ियां बांटकर समाज के सामने अनोखा आदर्श रखा. इस तरह की शादी राज्य में पहलीबार हुई.
अचलपुर के विधायक बच्चू कडु के मार्गदर्शन में प्रहार संघटना के जिलाध्यक्ष तथा पत्रकार वैभव मोहिते ने ऐतिहासिक महत्व वाले धाड़ शहर में युवराज उर्फ विशाल साहेबराव मोहिते और तेजस्वीनी विश्वास खेडेकर इस नव वर-वधु का आदर्श विवाह समारोह का आयोजन किया था. नव जिवन में पदार्पण करने वाले इस वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए वि. बच्चु कडू, वि. हर्षवर्धन सपकाल, मनसे के जिल्हाध्यक्ष संजय गायकवाड, जि.प. सभापती अंकुश वाघ, राजश्री शाहु पत संस्था के अध्यक्ष संदिप शेलके, स्वाभिमानी किसान संघटना के रविकांत तुपकर, किसान खेत मजदुर संघटना के लखन गाडेकर, प्रहार के उपजिल्हाध्यक्ष राणा संजय इंगले समेत राजकीय, सामाजिक क्षेत्र के मान्यवर, पत्रकार और अधिक संख्या में मेहमान उपस्थित थे.
सबसे पहले वर-वधु ने शादी रजिस्टर की. मंडप में आगमन होते ही वर-वधु ने माँ जिजाऊ, छत्रपती शिवाजी महाराज, गाडगे महाराज और डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमांओं को पुष्पहार अर्पण करके अभिवादन किया. वर-वधु ने रक्तदान करने के बाद शादी के समारोह की शुरुवात हुई. जिला विकलांग सेल के दलवीताई ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने दिए संविधान का पठन किया. उसके बाद वैष्णवी रिंढे इस बच्ची ने वंदेमातरम का गीत गाया. इस दौरान नव दंपति ने एकदुसरे को तिरंगा झंडा देकर स्वागत किया.
उसके बाद उपस्थित मान्यवरों ने वर-वधु के हांथों विकलांगों को तीन पहिया सायकल, छड़ी और अन्य सामग्री वितरित की. ऐसा आदर्श विवाह आयोजित करके मोहिते और खेडेकर परिवारने समाज के सामने एक आदर्श निर्माण किया है. विशेषतः इस आदर्श शादी में कोई भी थाटबाट नही थी. कोई भी लग्न पत्रीका, बँन्ड बाजा, मंगलाष्टक, मानसम्मान, दहेज़ के रिवाज नही किये गए. रक्तदान करो इस तरह का संदेश भी समाज को दिया गया. रक्त दान शिविर में प्रहार के अनेक कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया और नव दंपत्ती को आशीर्वाद दिया.
इस वर्ष कम बारिश हुई तथा जिले में सुखे की स्तिथी पैदा हुई. फिर भी काफी परिवार अपने बच्चों की शादी धूम धाम से करते है. बे-फिजूल का खर्चा करने से अच्छा, परिवार से किसी एक का आदर्श विवाह करना चाहिए ऐसा आवाहन उपस्थित मान्यवरों ने किया. इस आदर्श शादी का प्रास्ताविक पत्रकार महेंद्र बोरडे तथा सुत्रसंचालन पत्रकार गजानन धांडे ने किया. इस आदर्श विवाह समारोह की सभी ओर चर्चा हो रही है.