यवतमाल। माहुर टेकडी के रामगड किले के दरवाजे के पास दोहरे हत्याकांड में 11 मे से 11 आरोपीयों को न्यायालयीन हिरासत में भेज दिया गया है. न्यायाधिश भराड़े ने पहले ही चार आरोपीयों को न्यायालयीन हिरासत भेजा था. कल बचे 7 आरोपीयों को भी न्यायालयीन हिरासत में भेज दिया. यह हत्याकांड ऑनर किलींग का होने की बात पुलिस जांच में उजागर हुई थी. मृतक निलोफर के पिता मिर्झा खालीद बेग उमर बेग, चाचा नवाज जानी कमरबेग, चचेरा भाई विखार अहमद के साथ अन्वर अली, कैसर मिर्झा के खिलाफ 5 नवंबर को हत्या का मामला दर्ज किया गया था. तब पुलिस ने इन सभी को 6 नवंबर को यायालय में पेश किया था. तब इन सभी को पीसीआर दिया गया था. इस मामले में सुपारी लेनेवाले आरोपी रघु डॉन, राजु गाडेकर को भी कलतक पीसीआर था. इन सभी 7 आरोपीयों को न्यायालय ने एमसीआर में भेज दिया है. नांदेड़ स्थानिय अपराध शाखा ने इन सभी आरोपीयों को न्यायालय में पेश किया था. इससे पहले 8 नवंबर को इस हत्या के आरोपी जावेद पेंटर, रंगराव और शेषराव बाबटकर, कृष्णा शिंदे को न्यायालयीन हिरासत में भेजा गया था.
इज्जत के नाम पर हुआ यह हत्याकांड
इस हत्याकांड में पुलिस ने जब मृतक का निलोफर के पिता चाचा और भाई से पुछा तो उन्हे पता चला की परिवार की इज्जत दाव पे लगी है. उसे बचाने के लिए यह मर्डर करना जरूरी हो गया था. उसी के चलते रघु डॉन और राजु गाडेकर को 5 लाख की सुपारी दे दी गई थी. उसी के चलते बडी सफाई से तेज हथीयार से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इस घटना के बाद से मृतक शाहरूख पठाण और निलोफर बेग के मोबाईल एटीएम कार्ड और अन्य जरूरी वस्तूएं भी बरामत कर दी गई है. इस हत्याकांड में प्रयोग किए हथियार पुलिस ने जब्त किए है.