
स्वर्गीय जयललिता को श्रद्धांजलि देते हुए सर्वप्रथम राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कहा कि वे मेरिटोरियस छात्र,उत्कृष्ट अभिनेत्री और बहुमुखी प्रतिभावीपूर्ण राजनेता थी। राजनैतिक क्षेत्र में सिर्फ “अम्मा” का दर्जा उन्हें ही प्राप्त था। उनकी आम जनता में प्रसिद्द “अम्मा किचन” जगप्रसिद्ध हुई,नाममात्र की राशि में पेटभर 2 वक़्त का भोजन सराहनीय योजना आंकी गई। प्रसूति महिलाओं के लिए “अम्मा किट” काफी लाभकारी रही। पिछले 3 दशक में महिला राजनेताओ का इतिहास जयललिता के उल्लेख के पूर्ण नहीं हो सकती है। देश की प्रभावी महिला राजनीतिज्ञ के निधन से देश को गहरा आघात हुआ है। उसकी जगह भरने में काफी वक़्त लगेगा। इसके पश्चात् कांग्रेस के विधायक डॉक्टर पतंगराव कदम ने कहा कि उनके द्वारा उनके कार्यकाल में लिए गए जनहितार्थ निर्णयों का अध्ययन करने हेतु राज्य के मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियो को तमिलनाडु भेजने की गुजारिश आघाडी सरकार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से की थी।
तत्पश्चात एनसीपी नेता अजित पवार में कहा कि स्वर्गीय जयललिता ने आम नागरिकों के हित में लोकप्रिय योजना लाई और उसका सफल संचलन किया। अन्य राजनेताओं की तरह वह कभी राज्य के बाहर केंद्र की राजनिति में आने के बजाय खुद को अपने गृह राज्य तक सीमित रखा। बाद में शेतकरी कामगार पार्टी के विधायक गणपतराव देशमुख और शिवसेना की ओर से मंत्री एकनाथराव शिंदे ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
उल्लेखनीय यह रही की इस दौरान किसी महिला मंत्री या विधायिका को श्रद्धांजलि पेश करने का मौका नहीं दिया गया। इसके पश्चात् विधानसभा अध्यक्ष की पहल पर उपस्थित सदस्यों ने 2 मिनट का मौन रखा,फिर विधानसभा अध्यक्ष ने आज 6 दिसम्बर की कार्यवाही संपूर्ण दिवस के लिए स्थगित किये जाने की जानकारी दी और यह भी कहा कि कल 7 दिसम्बर को विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होंगी।
– राजीव रंजन कुशवाहा









