नागपुर: कैबिनेट ने केंद्रीय मंत्रियों की लाल बत्ती वाली गाड़ियों पर पाबंदी लगा दी थी. ये फैसला एक मई से लागू हो गया. लाल बत्ती के इस्तेमाल पर एक मई से रोक लगा दी गई. तब से सड़कों पर चलने वाली मंत्रियों की गाड़ियों पर लाल बत्ती नहीं दिखाई दी. ये फैसला आते ही मंत्रियों के बीच अफरातफरी देखने मिली थी. कुछ मंत्रियों ने इस फैसले का स्वागत किया तो कुछ मंत्रियों के चेहरे लाल हो गए. नियमों के मुताबिक 32 केंद्रीय मंत्रियों को लाल बत्ती इस्तेमाल की अनुमति दी जाती है. लेकिन राज्य में मंत्रियों के पास अधिक से अधिक लाल बत्ती की गाड़ियां थी. पीएमओ से बातचीत के बाद ही सड़क परिवहन की ओर से ये कदम उठाया गया है. कैबिनेट के फैसले के बाद इस नियम का पालन करते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी देखे गए. उनकी कार पर लाल बत्ती नहीं थी.
वीआईपी कल्चर को लेकर बहुत सी बातें हुई पर इस बात की शुरुआत से पहले भी देश में कुछ ऐसे जननायक और जनप्रतिनिधि रहे हैं जिन्होंने हमेशा से सादगी को ही पसंद किया है. जिसमें मनोहर परिकर अरविंद केजरीवाल नितिन गडकरी ऐसे नाम हैं जो हमेशा सामान्य जनता के भाती ही जीवन में आचरण करते आए हैं.जनता के बीच रह बिना किसी आडंबर दिखावे के विचरते नजर आए हैं .
इसी श्रंखला में एक और नाम है सूबे के वित्त और वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का पिछले 22 वर्षों से राजनीति और समाजकार्य में रत यह जमीनी नेता जो हर आगंतुक की तकलीफ का समाधान कर मानव सेवा में लगा हुआ है बिना किसी स्वार्थ के लोगों की तकलीफ में दौड़ कर जाने की आदत की वजह से यह नेता अति लोकप्रिय जननायक के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके हैं.
बिना किसी दिखावे तथा प्रोपोगंडा के वर्षों से सामाजिक जीवन जी रहे हैं. विपक्ष के विधायक रहते समय 8 साल पहले 1 सेकेंड हैंड गाड़ी इन्होंने खरीदी थी जिसका नंबर MH 31 PK 3060 है , सरकार के उच्च स्तर पर बैठने के बावजूद भी उसी गाड़ी का उपयोग आज भी करते हैं. तमाम राज्यों में जहां जरूरी है वहां दौरे करने के लिए इसी वाहन का उपयोग किया जाता है और वह भी अपने निजी खर्चे पर छोटे-मोटे अधिकारी हर तरह से अपनी सुविधाओं तथा मान सम्मान का ध्यान रखते हैं. किंतु राज्य के यह वित्त मंत्री आज भी उसी वाहन का उपयोग करते हैं उनके ड्राइवर ने साफ बताया नियमित रूप से गाड़ी की मेंटेनेंस के लिए मंत्री जी के सख्त निर्देश हैं जिससे कि कभी रास्ते में कोई तकलीफ ना हो और गाड़ी लंबे समय तक साथ दे सके महंगी से महंगी गाड़ी खरीद सकने की क्षमता होने के बावजूद भी सादगी में जीवन जीना जिनकी आदत बन चुकी हो ऐसे नेता समाज में विरले हैं.
… By Narendra Puri