मनपा ने ५० लाख खर्च बनाई थी खाऊ गल्ली, लावारिश छोड़ने से हुआ यह हाल
नागपुर: पूर्व स्थाई समिति सभापति ने शहर के खान पान के शौकीनों के लिए इंदौर की तर्ज पर नागपुर में भी खाऊ गली निर्माण की योजना बनाई थी. लेकिन देखरेख और रोकटोक के आभाव में यह परियोजना यातायात के लिए इस्तेमाल में लाई जा रही है. जिससे 50 लाख रुपए ख़र्च करने के बाद तैयार हुई परियोजना परवान चढ़ने की कगार पर पहुंच गई है.
याद रहे कि शहर के नामचीन कैटरिंग व्यवसायी जब शहर मनपा स्थाई समिति के सभापति बने तो उन्होंने इंदौर की तर्ज पर नागपुर में खाने-पीने के शौकीनों के लिए ‘खाऊ गली’ के निर्माण की संकल्पना तैयार की. इसके हिसाब से रमन साइंस उद्यान के सामने शुक्रवारी तालाब के किनारे तट पर निर्माण करने की योजना बनाई. जिसके लिए उक्त सभापति के कार्यकाल में ५० लाख रुपए खर्च कर संतरे रंग के लगभग डेढ़ दर्जन डोम नुमा शेड तैयार किया गया. इसी दरम्यान उनका कार्यकाल समाप्त हो गया.
इस प्रकल्प के शुरू हुए ढाई साल पूरे हो गए, लेकिन मनपा प्रशासन की लापरवाही के कारण प्रकल्प तहस-नहस हो गया. रमन साइंस उद्यान और एम्प्रेस सिटी के बीच अतिक्रमणकारियों ने प्रस्तावित खाऊ गली पर भी अतिक्रमण कर लिया. यही नहीं शनिवार को लगने वाला चोर बाजार ओबी धीरे-धीरे इस परिसर में प्रवेश करने लगा.
पिछले एक सप्ताह से आज्ञाराम देवी चौक से एम्प्रेस सिटी मॉल के बीच बन रही सीमेंट सड़क के कारण आवाजाही के लिए इसी खाऊ गल्ली का इस्तेमाल बेरोकटोक शुरू है. आश्चर्यजनक रूप से मनपा प्रशासन का इस पर चुप्पी समझ से परे है.