Published On : Thu, Nov 9th, 2017

फेलियर से सीखें दिल में मत लगाए – अनुपम खेर

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Anupam Kher
नागपुर: जीवन में मिलने वाली नाकामी से सीखना चाहिए न की उसे दिल पर लगाना चाहिए। यह बात प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम दौरान कही। रियल स्टेट डेवलपर्स की संस्था क्रिड़ाई द्वारा नागपुर में खेर का मोटिवेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे प्रसिद्ध अभिनेता ने अपने जीवन के अनुभवों साझा करते हुए उपस्थितों का उत्साहवर्जन किया। इस दौरान अपने संबोधन में खेर ने कहाँ की नाकामी को जीवन में संजीदगी से नहीं लेना चाहिए उसे भूलकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। जीवन में नाकामी के अनुभव के दौरान वह कैसे रहते है यह सिख उन्हें उनके पिता से मिली है। खेर के मुताबिक उनके पिता जीवन को उत्साह के साथ जीते थे।

बचपन में वह शिमला में रहते थे एक बार वह अपने स्कूल में फेल हो गए उसी शहर में एक प्रसिद्ध रेस्टोरेंट था जो उन्हें बहुत पसंद था वहाँ वह कभी कबार जाते थे। फेल होने के बाद उनके पिता उन्हें उसी रेस्टोरेंट में ले गए वह उन्होंने उनकी पसंद की चीजे खिलाई। रेस्टोरेंट में वह वेटर को हमेशा 50 पैसे दिया करते थे लेकिन इस बार उसे ज्यादा पैसे की टिप दी। जब उन्होंने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने उनके फेल होने का जिक्र करते हुए कहाँ था। तुम अपने जीवन में नाकामियों से हराना मत इसे इंजॉय करना जो पसंद है वही करना।

खेर के अनुसार वह अपने पिता की सीखा को जीवन भर अपनाते आये है। कामियाबी और नाकामी जीवन का हिस्सा है हमें नाकामी से सीखना चाहिए न की उसे दिल पर लगाना चाहिए। जीवन के हर प्रसंग में हमें खुशियाँ ढूंढनी चाहिए। आज तक मेरे नाम से घर नहीं है एक बार मेरी माँ ने मुझसे दो कमरे का घर शिमला में लेने के लिए कहाँ था मैंने उनके लिए वहाँ बड़ा घर लिया। जब उनके साथ उस घर में गया तो वह कुछ देर के लिए सन्न रह गई। उस शांति में मुझे माँ की आँखों में ख़ुशी दिख रही है। मै आज भी उसे महसूस करता हु।

बिल्डरों ने अनुपम को गिफ्ट में दिया घर
बिल्डरों के कार्यक्रम में अनुपम में जैसे ही उनका खुद का घर न होने की बात कही तभी वहाँ मौजूद बिलासपुर और चंडीगढ़ के बिल्डर से उन्हें दो बड़े बंगले गिफट करने का आश्वाशन दे दिया।