Published On : Mon, Jun 14th, 2021

खापरखेडा बिजलीघर के ‘एश हैन्डलिंग प्लांट’ में लाखों का निविदा घोटाला ?

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— टेंडर माफिया को ब्लैकलिष्ट की मांग,वर्षाकालीन अधिवेशन में मामला उठेगा

नागपुर-नये 500 मेगावाट विधुत उत्पादन क्षमता के खापरखेडा सुपर थर्मल पावर प्लांट के एशहैन्डलिंग प्लांट मे प्रस्तावित ट्यूब सेटलर इरेक्शन कार्यों के वार्षिक ई-निविदा खुलने मे विलंब को लेकर महानिर्मिती मे अपवादात्मक चर्चाओं का बाजार गर्म है।यहा निविदा धारकों मे जारी तर्क-वितर्क के अनुसार प्रस्तावित निविदा ठेका मे हेराफेरी से महानिर्मिती को 50 लाख रुपये की चपत लगने की संभावना जताई जा रही है ? नतीजतन इस विधुत केन्द्र की निविदा कमेटी के समक्ष अब धर्मशंकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। समझा जाता है कि ऊर्जा मंत्रालय के दबाव प्रभाव फलस्वरूप एक गुजराती टेंडर माफिया ठेकेदार के पक्ष में निविदा नही खुलने की भनक से भ्रष्ट अभियंताओं की नींद खराब हो रही है। फलतः संबंधित निविदा को रद्ध करने की कबायतें शुरु है। बताते हैं कि रुपये 75 लाख की लागत से ट्यूब सेटलर इरेक्शन के वार्षिक कार्यों का ठेका के लिए दिनांक 25 फरवरी 2021 को ई- निविदा आमंत्रित की गई थी.
परंतु टेंडर माफिया ठेकेदार के पक्ष में निविदा ठेका नही मिलने की भनक से चहेते अफसरों की नींद उड रही है ?
परिणामस्वरूप निविदा रद्ध करने की योजना पर विचार-विमर्श कसे रहा है। संबंधित ई- निविदा क्र. KHG/CPS/TN 0698AHP-2RF No 3000016327/2021 है। सबंधित ई-निविदा प्रपत्र के मुताबिक खापरखेडा विधुत केन्द्र 500 मेगावाट के एश हैन्डलिंग प्लांट मे माडिफिकेशन एन्ड रेक्टिफिकेशन आॅफ वाटम एश ओवरफ्लो, वाटर क्लैरिफिकेशन सिष्टम,का वार्षिक रखरखाव किया जाना है। निविदा प्रपत्र भरने की अंतिम तिथि 24 मार्च 2021 रखी गई थी.

उल्लेखनीय है कि उक्त निविदा की टैक्नीकल बीट दिनांक 26 मार्च 2021 को ही खुलनी चाहिए थी। तथा प्राइज़ बीट(दर पत्रक) एक महीना के अंदर खुलना जरुरी था? परंतु 4 महिने का समय बीत जाने के बाद भी दर पत्रक नही खोला जाना विभिन्न संदेह को जन्म देता हैं। इस निविदा ठेका कार्यों के लिए स्थानीय खापरखेडा की 4–5 अनुभव कुशल फार्मों ने निविदा प्रपत्र प्रस्तुत किया तथा सभी निविदा धारकों ने 80–80 हजार रुपये अमानत राशि महानिर्मिती के बैंक खाते मे भुगतान भी किया जा चुका है.

इस सबंध मे ई-निविदा विशेषज्ञों की माने तो गुजराती ठेकेदार के हक में टेंडर ठेका नही जाने की वजह से उक्त निविदा ठेका रद्ध किया जा सकता है? बताते हैं कि अब उक्त निविदा ठेका मे अतिरिक्त नया इस्टीमेंट तैयार करके 10 लाख रुपये की राशि बढायी जा रही है।एसे 85 लाख रुपये की राशि का ठेका गुजराती टेंडर माफिया के पक्ष में निविदा ठेका प्राप्ति के लिए निविदा मे नियम और शर्तों मे संशोधन किये जाने की चर्चा चल रही है?पर्चे सैक्शन मे गुप्तगू के मुताबिक प्रस्तावित नई निविदा मे नियम और शर्तें चहेती फर्म के हक में तैयार करने की संभावनाएं है.

यह सब 500 मेगावाट खापरखेडा क्रिटीकल सुपर थर्मल पावर प्लांट के कुशल संचालक मुख्य अभियंता श्री राजू घुगे को हलाकान करने के उद्देश्य से सुनियोजित तरीके से साजिशें रची जा रही है।व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक ऊर्जा मंत्रालय के लिए हर ठेकेदारों से अवैध तरीके से कमीशन बतौर मोटी रकम उगाही करने का शिलशिला जोरों पर चल रहा है।बताते हैं कि एक कामठी का मूल निवासी और नागपुर शहर के इंदौरा मे पर्स विक्रेता सिंधु समाज का व्यापारी इस धन उगाही के घ्रणित कार्यों में लिप्त है। गत दिनों कुछ भुक्त भोगी ठेकेदारों ने सांसद कृपालु तुमाने को इसकी शिकायत भी की थी। दक्ष नागरिकों द्वारा इसकी महाराष्ट्र राज्य शासन मंत्रालय मुंबई तथा केन्द्र सरकार नई दिल्ली को भी तत्सबंध मे ध्यानाकर्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है.

तत्सबंध मे स्थानीय निविदा धारकों के समर्थकों ने विधुत मुख्यालय प्रकाशगड बांद्रा पूर्व मुंबई के समक्ष गुहार लगाई जा रही है कि गत दिनांक 25/02/2021 को आमंत्रित की गई ई-निविदा जस की तस जल्द ओपन की जाए।ताकि स्थानीय सुशीक्षित बेरोजगार ठेकेदारों तथा स्थानीय बेरोजगार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। स्थानीय सुशीक्षित बेरोजगार श्रमिकों ने महानिर्मिती प्रशासन से आशा व अपेक्षा व्यक्त की है कि उक्त निविदा की प्रलंबित टैक्नीकल बीट तथा प्राईज बीट तत्काल खोला जाए? अन्यथा तत्सबंध मे हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। शिकायत् कर्ताधर्ताओं का तर्कसंगत आरोप है कि उक्त ठेका कार्यों का सीधा फायदा(प्राफिट) गुजराती टेंडर माफिया ठेकेदार के पक्ष में निविदा पास करने कबायतें पर रोक लगाई जाए। क्योंकि इस बदनाम टेंडर माफिया के खिलाफ मजदूर शोषण के अनेक गंभीर आरोप महानिर्मिती तथा श्रम आयुक्त कार्यालय में दर्ज है। इसलिए सभी की निगाहें उक्त निविदा ठेका पर टिकी हूई है.

टेंडर माफिया को ब्लैकलिष्ट की मांग
महानिर्मिती बिजली केन्द्रों के मे कार्यरत इस गुजराती टेंडर माफिया ठेकेदार को ब्लैकलिष्ट करने की मांग काफी अरसों चल रही है। जिसमे ‘महाराष्ट्र शिव माथाडी कामगार सेना’ महाराष्ट्र प्रमुख नंदकिशोर तातोडे ने महानिर्मिती बिजली केन्द्रों के मुख्य अभियंता को शिकायत प्रस्तुत की है। इसके पूर्व नैशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के ने भी इसकी शिकायत की थी तथा इस बदनाम ठेकेदार के खिलाफ़ अनेकों मामले श्रम आयुक्त के कार्यालय तथा श्रम न्यायालय में न्यायप्रविष्ट है। तत्सबंध मे ‘आल इंडिया सोशल आर्गेनाइजेशन’ ने भी महानिर्मिती प्रशासन तथा ऊर्जा मंत्रालय से मांग की है कि कथित टेंडर माफिया ठेकेदार को महानिर्मिती के सभी बिजली केन्द्रों से आगामी 10 सालों के लिए ब्लैकलिष्ट किया जाए। अन्यथा आने वाली वर्षाकालीन विधानसभा मुबंई अधिवेशन में विरोधी पक्ष नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडण्वीश के माध्यम से इसके खिलाफ ध्यानाकर्षित प्रस्ताव पारित किए जाने की चर्चा गर्म है। मामले की शिकायत अनेक विधायकों को प्रस्तुत किया गया है। बताते हैं कि यह गुजराती टेंडर माफिया ठेकेदार राज्य मे सत्ता परिवर्तन होते ही वह अपना चोला बदलते रहता है ?

गत भाजपा शासनकाल में वह खुद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा ग्रह मंत्री अमित शाह का करीबी गुजराती बताकर अधिकारियों और अभियंताओं तथा पत्रकारों को मूर्ख बना रहा था।इतना ही नहीं यह उक्त ठेकेदार तत्कालीन ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के आस-पास कैमरा लेकर अपनी दुम हिलाते गुलामचंद की भूमिका निभा रहा था ?

वर्तमान में वह अपने काले कारनामों से बचने के लिए भयभीत वह कांग्रेस पार्टी तथा एनसीपी नेताओं का दामन थामते दिखाई दे रहा है। लेकिन कानूनी कार्रवाई की मार से उसे कोई नहीं बचा सकता? बताते हैं कि यह बेईमान ठेकेदार बिना इजाज़त के SECTION INCHARGE के कक्ष में जबरन प्रवेश करता है और अभियंताओं को धमकाया है कि मै आपसे फूकट में काम नही करवाता ?ऐसे में अब देखते है ऊंट किस करवट बैठता है। सभी निविदा धारक फार्मों की निगाहें इस निविदा ठेका पर लगी हूई है ?