नागपुर: अप्रैल माह की आमसभा में कांग्रेस नगरसेवक प्रफुल गुरधे पाटिल ने अस्थाई कर्मीयों को राज्य सरकार के आदेशानुसार न्यूनतम वेतन देने की पुरजोर मांग की थी। तो सभागृह में प्रशासन ने मांग को मानते हुए शीघ्र सरकारी अधिनियम निकालने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक नहीं दिए जाने से गुरधे पाटिल द्वारा आज आमसभा में मुद्दा उठाने की चेतावनी दी थी।
इस मामले की गम्भीरता और मनपा प्रशासन की ढुलमुल निति से छुब्ध होकर आज प्रफुल गुरधे पाटिल के नेतृत्व में आज शहर युवक कांग्रेस ने आमसभा स्थल को सुबह-सुबह ब्लॉक कर आवाजाही करने वालों को न सिर्फ रोका बल्कि उनका घेराव भी किया।
इस जायज आंदोलन से कांग्रेस के नगरसेवक वर्ग आधे-आधे अलग-अलग गुटों में दिखे। लेकिन आंदोलन से मनपा प्रशासन सकपका गए। फिर घंटो नारेबाजी के बाद मनपायुक्त श्रावण हर्डीकर ने प्रफुल गुरधे पाटिल सह शिष्टमंडल को चर्चा के लिए आमंत्रण किया। तब मनपा आयुक्त हर्डीकर ने कनक रिसौर्से मैनेजमेंट द्वारा 19 जुलाई 2016 को मनपायुक्त को भेजे गए पत्र की प्रत थमाई। इस पत्र में लिखा था कि वे अपने सभी अस्थाई ठेकेदारी प्रथा के तहत काम करने वाले कर्मियों को जुलाई 2016 से महाराष्ट्र सरकार द्वारा तय न्यूनतम वेतन देंगे।
मनपायुक्त द्वारा दी गई खबर का प्रचार-प्रसार होते ही कनक रिसौर्से मैनेजमेंट के अस्थाई कर्मियों में ख़ुशी की नहर फ़ैल गई।
आंदोलन करने वालों में युवक कांग्रेस अध्यक्ष बंटी शेलके, प्रवीण पोटे, कमल हरियाणी, प्रशांत तनरवार, आशीष दीक्षित, फजलुर कुरेशी, जानी भाई, हाजी मतिम, विक्रम जाधव, अरुण बुरेवार, जुबेर भाई, हेमंत कातुरे, सोनू शेख, राम पराड़कर, सागर चव्हाण, गोल्डी जैस्वाल, शेख अजहर, क्रान्ति जैन, प्रकाश बैसवारे, स्वप्निल ढोके, निशांत गुरनानी, चक्रधर भोयर, आशु साखरे, रोहित खैरवार, मोतीराम मोहादिकर, अनीस अहमद, प्रज्वल बालपांडे, राकेश निकोसे आदि सैकड़ो युवक कोंग्रेसियो का समावेश था।
– राजीव रंजन कुशवाहा