नागपुर: जब भी कामठी में हर्षोल्लास का माहौल रहता है, कुछ लोगों को काफी खलता है। तब इन खुराफात दिमाग कुछ असामाजिक तत्वों के भरे जख्मो को कुरेद कर फिर उन्हें आपराधिक दल-दल में धकेले शहर में अपना राजनैतिक कद बढ़ाने का सिलसिला वर्षो से चलता आया। इस दफे यह गुस्ताखी कुख्यात सट्टोरी मनोज शर्मा ने किया, कहता है राजनेता और पुलिस प्रशासन जेब में है।
विगत रविवार की रात ११:३० बजे कामठी शहर के जूनी कामठी थाना अधिनस्त इलाके में डेढ़ दर्जन संगीन अपराध लिप्त समीर कौआ, जफ़र बाड़ेवाला, मुजब्बिल बाड़ेवाला के सहयोग से कामठी शास्त्री चौक निवासी शेख सलीम शेख शब्बीर को कलमना टी-पॉइंट पर घेर सलाखों से वार किया। सलीम ने शिकायत की तो आरोपी के बचाव में उक्त सट्टोरी मनोज शर्मा परिवार थाना परिसर में हाजिर था। उसके साथ खड़े सूत्रों के अनुसार पुलिस प्रशासन सर पटक ले समीर कौआ व उसके साथियों पर मकोका के तहत मामला दर्ज नहीं होने दूंगा। साथ में खड़े साथियों ने पूछा तो शर्मा का साफ़-साफ़ कहना था कि जिले के पालकमंत्री और जिला कांग्रेस का मुखिया मेरे जेब में है। शर्मा यही नहीं थमा उसके अनुसार पालकमंत्री व जिला पुलिस प्रशासन की मांग पर पुलिस उपायुक्त जोन-५ का कार्यालय शुरू करने हेतु लोढा से बंगला हमने दिलवाया है।
सूत्र बतलाते है कि मनोज शर्मा जैसे शहर में आधा दर्जन ऐसे असामाजिक तत्व है जो जब-जब कामठी में लंबे समय तक सामाजिक वातावरण शांत रहती या फिर कोई त्यौहार या कोई चुनाव आते है। तो शर्मा जैसे असामाजिक तत्व शांत से जीवन यापन करने की कोशिश करने वालों की दुखती रग में हाथ रख कर खुद के स्वार्थपूर्ति हेतु उन्हें आपराधिक दंगल में ढकेल देने का काम वर्षो से कर रहे है।
समीर कौआ एक संगीन अपराधी है। आगामी तीज-त्योहारों के मद्देनज़र इस पर मकोका जैसी कार्रवाई की मांग कामठी की जागरूक जनता-जनार्दन ने की है। तो दूसरी ओर जनता-जनार्दन ने पुलिस और राजनेता को बदनाम करने वाले एवं शहर की शांतता भंग करने वाले मनोज शर्मा पर भी क़ानूनी ठोस कदम उठाने की मांग की है। अब देखना यह है कि क्या वाकई मनोज शर्मा की कही गई बात सच साबित होती है, या फिर खाकी-खादी कामठी के जनहित में कोई ठोस पहल करती है।
– राजीव रंजन कुशवाहा