मौदा (नागपुर)। जि.प. स्कूल के हजारों शिक्षक अध्यापन का कार्य करते हुए अन्य कला में हाथ आजमाते है. ऐसे ही एक जि.प. शिक्षक में अपने भरोसे पर मराठी फिल्म का निर्माण करके दिग्दर्शन किया.
मौदा पंस अंतर्गत आनेवाले आष्टी (नवेगांव) में कार्यरत नरेंद्र बुधाराम गायकवाड ने स्वप्निल आर्ट एंटरटेनमेंट के बैनर तले तैयार हुए “ओली माती, तारुण्याच्या उंबरठयावर” इस मराठी फिल्म का निर्माण और दिग्दर्शन किया है. कालेज उम्र के युवा लड़की के जीवनी पर आधारित इस फिल्म का चित्रीकरण नागपुर तथा परिसर में किया गया है. जल्द ही ये फिल्म सिनेमाघर में प्रदर्शित होगी. ऐसी जानकारी नरेंद्र गायकवाड ने दी है.
1969 में नागपुर में जन्मे नरेंद्र गायकवाड को बचपन से फिल्म का शौक था. जामदार हायस्कूल के छात्र गायकवाड ने शालेय जीवन में कुछ नाटकों में काम किया था. अनेक बालनाटय में उन्होंने पुरस्कार प्राप्त किये. उसके बाद शिक्षक के पेशे में आकर छात्रों का नृत्य, एकांकिका का दिग्दर्शन किया. अपने इस फिल्म का निर्माण करते हुए जिन्होंने साथ दिया उनका आभार व्यक्त किया. उनके इस कार्य के लिए मौदा तालुका मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष विशाल तिजारे, कार्याध्यक्ष संतोष सेलोटे, सचिव दिलीप इंगले, संजय गिरडे, अचल तिजारे, दिनेश पत्रे, हेमराज वैद्य, वाघमारे और मौदा पंस अंतर्गत आने वाले सभी जि.प. शिक्षकों ने उनको शुभकामनाए दी.