Published On : Fri, Feb 1st, 2019

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने पेश किया ऐतिहासिक बजट, हर वर्ग का रखा ध्यान- प्रताप मोटवानी

Advertisement

नागपुर: केंद्र सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट शुक्रवार को पेश किया। वित्त मंत्री पियूष गोयल द्वारा प्रस्तुत बजट अंतरिम बजट था जिसमे सरकार ने चुनावी मौसम में किसान,मध्यमवर्ग नौकरी पेशा सबको ख़ुश रखने का प्रयास किया। इस बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दि होलसेल ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव प्रताप मोटवानी केंद्र सरकार की तारीफ़ की है। मोटवानी के अनुसार आजादी के बाद पहली बार सबसे सरकार ने शानदार,लोकप्रिय ,कीर्तिमान ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत कर देश की पूरी जनता को हर्षोल्लित कर दिया है। इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। आज का दिन सदैव याद रखा जायेगा। गोयल ने ठीक वैसा बजट प्रस्तुत किया जैसे किसी क्रिकेटर ने एक ओवर की सभी छह गेंदों में छह छक्के मारे हो या फिर बॉलर ने एक ओवर में दो बार हैट्रिक मार भारत को मैच जीता दिया हो ।इस नमो बजट में सबसे बड़ा छक्का यह रहा कि आम आदमी को राहत देते हुए सरकार ने इनकम टैक्स छूट को 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया है।

इसके साथ ही सरकार ने किसानों को भी इस बजट में बड़ी राहत दी है। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए छोटे किसानों को मिनिमम वेतन देने का प्रावधान किया है। इसके तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपए की मदद की जाएगी। जो उनके अकाउंट में सीधे दिया पहुंच जाएगा। बजट में सरकार ने मजदूरों के लिए भी बड़े ऐलान किए हैं। ग्रेच्यूटी की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दिया गया है। साथ ही 22 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत से 50 फीसदी अधिक निर्धारित किया है।

-वित्त मंत्री ने किसानों के लिए कई अहम एलान किए है। किसानों को 6000 की सालाना डायरेक्ट इनकम की घोषणा की है जिससे 2 हेक्टेयर जमीनवाले किसानों को मिलेगा। इस योजना से देश के 12 करोड़ किसानो को फायदा होगा।
-बजट में किसान सम्मान निधि योजना के लिए 75000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। पशु-पालन के लिए किसानों को किसान क्रेडिट पर 2 फीसदी ब्याज छूट मिलेगी।
-सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
-टैक्सपेयर्स के लिए टैक्स फाइलिंग को आसान बनाया गया है साथ ही टैक्स कलेक्शन बढ़कर 12 लाख करोड़ हुआ है।
-प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 15.56 करोड़ लाभार्थियों को 7.23 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया गया।
-बजट में घर खरीदने वालों पर जीएसटी का बोझ कम करने की कोशिश दिखाई देती है आशा है जल्दी ही जीएसटी 12 से 5 % हो सकती है।