Published On : Fri, May 10th, 2019

बदले की आग जलाए रखने के लिए ज़ख़्म को हरा रखना चाहता था लिटिल सरदार

Advertisement

लिटिल सरदार ने नहीं निकाली अपने पैर की गोली, बार बार पैर में लगी गोली एक्सरे में देखकर होता था बेचैन 

नागपुर: उत्तर नागपुर के सबसे चर्चित बॉबी मकान हत्याकांड में गिरफ्तार मास्टरमाइंड लिटिल सरदार दुश्मनी के मामले में बहुत कट्टर माना जाता है. सूत्रों के अनुसार लिटिल सरदार अपने दुश्मन का कभी नाम पुलिस में उजागर नहीं करता है. मौका मिलने पर वह उसका खात्मा कर देता है ,अपनी इसी आदत के चलते लिटिल सरदार ने अपने साथी मनजीत वाडे, हनी चंडोक, सीटू गौर के साथ मिलकर बॉर्बी माकन की हत्या कर दी. सूत्रों से पता चला है कि लिटिल सरदार ने अपने पैर में लगी दो गोलियो में से एक गोली नहीं निकलवाई थी, उसे शक था कि वर्ष 2017 में उस पर बॉर्बी के कहने पर गोलियां चलाई गई थी. इन गोलियों को उसने अपने पैरों से बाहर नहीं निकाला था. कहा जा रहा है कि यह गोलियां उसे बार-बार बॉबी के साथ की गई दुश्मनी की याद दिलाती थी. उसने बॉबी को रास्ते से हटाने के लिए उससे दोस्ती की , उसके बाद उसे बड़ी आसानी से रास्ते से हटा दिया.

वर्ष 2017 में जब लिटिल सरदार के कार्यालय के सामने उस पर गोलीबारी की गई थी तब लिटिल के पैर में दो गोलियां लगी थीं. उस समय लिटिल ने पांच पावली थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. उस दौरान लिटिल सरदार ने बॉर्बी का नाम नहीं लिया था लेकिन बॉबी की हत्या के बाद जब पुलिस ने लिटिल सरदार और उसके साथियों को गिरफ्तार किया तब लिटिल सरदार ने यही कहानी बनाया कि वर्ष 2017 में उस पर बॉर्बी के इशारे पर गोलीबारी की गई थी. उसके पैर में फंसी दो गोलियों में से एक गोली आज भी उसे दर्द का एहसास दे रही है.

लिटिल सरदार

चर्चा है कि अपनी दुश्मनी को जिंदा रखने के लिए लिटिल सरदार ने अपने पैर की दोनों गोलियों में से एक गोली को नहीं निकलवाया था. बॉर्बी की हत्या के बाद उसके पैर में लगी गोली को अब वह निकल पाएगा या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा कहा जा रहा है कि इस गोली को उसने गलाने के लिए कुछ डॉक्टरों की विशेष सलाह ली थी. यह भी कहा जा रहा है कि यदि दूसरी गोली निकाली जाती तो जीवनभर के लिए लिटिल सरदार अपाहिज हो जाता. इसके अलावा यह भी चर्चा है कि मेडिकल ग्राऊंड में लिटिल सरदार की जमानत बॉबी माकन हत्याकांड में आसानी से हो सकती है.

आर.के, नागपुर टुडे