नागपुर: सीताबर्डी का बाज़ार खरीददारी के लिए नागपुर का प्रमुख बाज़ार है। शहर का हर व्यक्ति कभी न कभी खरीददारी के लिए बाज़ार जरूर पहुँचता है। इस बाज़ार में खरीदारी के साथ ग्राहक को कई तरह के अनुभव होते है। इन्ही में से एक है यहाँ स्थापित दुकानदारों की शरण और प्रशाषन की मेहरबानी से सड़को पर बैठने वाले दुकानदारों की बदसलूकी और बद्तमीजी का सामना करना। हर दिन दुकान लगाने वाले हॉकर्स के हौसले इतने बुलंद है की यह सामान लेने पहुँचने वाली महिलाओ को भी नहीं छोड़ते। बाजार में महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार का एक और मामला मंगलवार को सामने आया। जयतला निवासी अंकित सोनकसले और उनकी पत्नी पूजा दोपहर को खरीददारी करने सीताबर्डी मार्केट पहुँची। मेन रोड पर यूको बैंक के सामने कपडे की एक दुकान में पूजा खरीददारी कर रही थी। इसी बीच सामान को लेकर मोलभाव के दौरान दुकानदार और पूजा के बीच बहस हो गई। बहस के दौरान ही दुकानदार ने पूजा से अपशब्द कहे जिसका उसके पति ने विरोध किया। देखते देखते बहस और बढ़ गई इतने में ही दुकानदार हांथापाई पर उतर आया। दुकानदार के अन्य साथी भी अंकित से मारपीट करने लगे। खास बात है की इस मारपीट के दौरान आरोपी युवको ने अपने मुँह कपड़े से ढक लिए थे।
मामले को बढ़ता देख पूजा ने पास के ही सीताबर्डी थाने में संपर्क किया। पुलिस मौके पर पहुँची लेकिन तब तक लडक़े वहाँ से फ़रार हो चुके थे। अंकिता-पूजा थाने पहुँचे कुछ देर बार विवाद वाली दुकान का मालिक भी थाने पहुँचा। उसने पुलिस को बताया की जब मारपीट हुई वह दुकान में नहीं था। अंकित के मुताबिक दुकान के मालिक ने पुलिसकर्मियों से अकेले में कुछ बातचीत की। इस बातचीत के बाद पुलिस का रुख ही बदल गया पहले तो मामला सुलझाने की नसीहत दी गई। इसे नहीं मानने पर दुकान के मालिक की शिकायत पर पति-पत्नी पर ही मामला दर्ज करने की बात कही गई।
थाने में न्याय न मिलने पर दंपत्ति ने हिम्मत कर इलाक़े के डीसीपी राकेश ओला से संपर्क कर अपनी आप बीती सुनाई। दिन दहाड़े ग्राहक से बदसलूकी करने वाले दुकान के लड़को की करतूत पास ही में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। जिसमे मौजूद फ़ुटेज से साफ़ पता चलता है की किस तरह दुकान में खरीदारी करने पहुँची महिला और उसके पति से दुर्व्यवहार हुआ। अंकित और उनके पति बिच सड़क हुए इस व्यवहार से दुःखी कम हताश ज्यादा है। उनकी हताशा का कारण पुलिस से न्याय न मिल पाना है। अंकित को अब भी आशा है की विभाग के आला अफ़सर उसकी शिकायत पर संज्ञान लेंगे।
इस बाज़ार में यह अपने तरह का अनोखा मामला नहीं है आये दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है। बाज़ार में महिलाओं के पहुँचने की संख्या ज़्यादा है इसलिए उन्हें अधिक इस तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ता है।