नागपुर: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव अब नजदीक आ रहे है. नागपुर शहर में भी सभी विधायक और कार्यकर्ताओ ने नागरिकों की समस्याओ को जानने और उनसे संपर्क बनाने की कोशिश शुरू कर दी है. पूर्व नागपुर के नागरिक कई वर्षो से कृष्णा खोपड़े को ही विधायक के रूप में चुनते आए है. खोपड़े ही उनकी पहली पसंद रहे है. ‘ नागपुर टुडे ‘ की ओर से कृष्णा खोपड़े से चर्चा की गई और क्षेत्र के विकास के बारे में बात की गई. तो उन्होंने उनके द्वारा किए गए कार्यो के साथ साथ अन्य जानकारी भी दी. इस दौरान खोपड़े ने जानकारी देते हुए बताया की चुनाव के समय सभी कार्यकर्ता सक्रिय रहते है. पूर्व नागपुर काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र था. देश आजाद होने के बाद सत्ता कांग्रेस की ही थी. क्षेत्र के जो पूर्व नेता थे वे कई सालो तक विधायक रहे ,मंत्री भी रहे. लेकिन क्षेत्र का विकास नहीं किया गया. पूर्व नागपुर पिछड़ा का पिछड़ा ही रह गया. 2009 में जब वे जीतकर आए तो केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. फिर भी ईमानदारी के साथ काम करने का प्रयास उन्होंने किया. 2014 में जब राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार आयी तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री और पालकमंत्री के नेतृत्व में काफी विकास इस क्षेत्र का हुआ है. अनेक प्रकार के प्रोजेक्ट इस क्षेत्र में आए है.
शहर में सिम्बायोसिस आया है , इसके साथ ही इसके ही बाजू में ही क्रीड़ा संकुल बन रहा है. राज्य की पहली स्मार्ट सिटी कही बन रही होगी तो वह पूर्व नागपुर में बन रही है. 3,500 करोड़ रुपए का यह प्रोजेक्ट है. पूर्व नागपुर में ऐसी स्मार्ट सिटी बनेगी की बर्डी और रामदासपेठ परिसर को भी पीछे छोड़ेगी. पारडी सड़क पर शहर में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती थी. हादसों में कई लोगों की मौत हुई. लेकिन कांग्रेस के काल में कभी वहां डिवाइडर बनाने का काम भी नहीं किया गया. स्थायी समिति अध्यक्ष बनने पर इस क्षेत्र में डिवाइडर और लाइट की व्यवस्था उन्होंने की थी. इसके कारण ही हादसे में कमी आयी थी. केंद्र में सरकार आने के बाद सबसे पहला प्रोजेक्ट पारडी ओवरब्रिज का प्रोजेक्ट लाया गया. विदर्भ में पहला ऐसा ब्रिज है. जिसका निर्माण चारों दिशाओ में हो रहा है.